कर्तव्यों एवं दायित्वों का ससमय, तत्परतापूर्वक निर्वहन करें प्रधान लिपिक : जिलाधिकारी

 

बेतिया जिलाधिकारी, कुंदन कुमार ने कहा कि कार्यालय के सुचारू संचालन में प्रधान लिपिकों की महत्वपूर्ण भूमिका है। सभी प्रधान लिपिक अपने-अपने कर्तव्यों एवं दायित्वों का ससमय, तत्परतापूर्वक निवर्हन करेंगे। जिला प्रशासन द्वारा बेहतर कार्य करने वाले प्रधान लिपिकों को पुरस्कृत किया जायेगा वहीं लापरवाही, शिथिलता एवं कोताही बरतने वाले प्रधान लिपिकों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई की जायेगी। जिलाधिकारी समाहरणालय सभाकक्ष में जिले के सभी कार्यालयों के प्रधान लिपिकों को निदेशित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सीडब्लूजेसी, एमजेसी, लोकायुक्त, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग, बिहार मानवाधिकार आयोग, माननीय मुख्यमंत्री के जनता दरबार से प्राप्त आवेदन का त्वरित गति से अनुपालन सुनिश्चित करते हुए कार्यालय प्रधान को अवगत कराया जाय। उन्होंने निदेश दिया कि सीडब्लूजेसी के मामले में ऑर्डर पारित होने पर उसका कम्प्लासंस त्वरित गति से ससमय कराना सुनिश्चित किया जाय ताकि वह एमजेसी में कन्वर्ट नहीं होने पाए। सीडब्लूजेसी मामले में उच्च न्यायालय में ओथ दाखिल करने के बाद तुरंत विधि शाखा को इसकी सूचना उपलब्ध करायी जाय। उन्होंने निदेश दिया कि उक्त मामलों को रजिस्टर में अंकित करते हुए कार्य प्रगति भी दर्शायी जाय। उन्होंने कहा कि सेवानिवृत होने वाले कर्मियों को विभिन्न लाभ देने के लिए छह माह पूर्व से ही तैयारियां शुरू कर दी जाय ताकि उन्हें सेवानिवृति के दिन सभी प्रकार के लाभों से आच्छादित किया जा सके। सेवानिवृति होने वाले कर्मियों को मिलने वाले लाभ से बिना किसी ठोस कारण के वंचित रखने वाले प्रधान लिपिकों के विरूद्ध कार्रवाई की जायेगी। किन्ही कारणों से सेवानिवृति लाभ देने में आ रही परेशानियों का त्वरित गति से निस्तारण कराना सुनिश्चित किया जाय।      

उन्होंने कहा कि प्रधान लिपिक आमजन को दी जाने वाली सेवाओं का प्राथमिकता के आधार पर निस्तारण कराना सुनिश्चित करेंगे। साथ ही विभागीय दिशा-निर्देशों के अनुरूप संचालित योजना/कार्यक्रम के कार्यान्वयन में शीघ्रता लायेंगे तथा योजनाओं की गुणवता भी सुनिश्चित करेंगे। कैश बुक, गार्ड फाइल, कार्य पुस्तिका, आगत-निर्गत पंजी, संचिका आदि अद्यतन रखा जाय। वित्तीय मामले में सावधानी बरती जाय। प्रत्येक लेन-देन दिशा-निर्देशों का शत-प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित करते हुए की जाय। उन्होंने निदेश दिया कि जिले के सभी प्रधान लिपिकों का एक व्हाट्सएप गु्रप बनाया जाय जिसमें विभिन्न कार्यो की कार्य प्रगति अपडेट रखी जाय। अगर किसी लिपिक को कार्य निस्तारण में कोई परेशानी हो रही हो तो उसका निराकरण कराया जायेगा।

जिलाधिकारी ने कहा कि जिलास्तर पर कार्यशाला-सह-प्रशिक्षण शिविर का आयोजन कर सभी प्रधान लिपिकों एवं नाजिरों को प्रशिक्षित कराया जायेगा ताकि कार्यालय के कार्यों का संचालन सुचारू तरीके से हो सके। बैठक में वरीय कोषागार पदाधिकारी, मनीष कांत झा द्वारा वित्तीय अनुशासन बनाये रखने के निमित महत्वपूर्ण जानकारी प्रधान लिपिकों को प्रदान की गयी। उन्होंने बताया कि कैसे सहायक रोकड़ पंजी, सामान्य रोकड़ पंजी सहित अन्य वित्तीय लेन-देन को क्रियान्वित करना है। उन्होंने कहा कि कैश बुक संधारण प्रतिदिन किया जाय। साथ ही वाउचर का संधारण भी सुरक्षित तरीके से सुनिश्चित किया जाय। विधि शाखा के लिपिक, चंदन कुमार झा द्वारा सीडब्लूजेसी/एमजेसी, लोकायुक्त, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग, बिहार मानवाधिकार आयोग से संबंधित मामलों को कैसे त्वरित गति से डिस्पोजल करना है के बारे में विस्तारपूर्वक बताया गया। वहीं स्थापना से संबंधित मामलों यथा-सेवा शिकायत, सेवांत लाभ, विभागीय कार्यवाही, सेवानिवृति-सह-मृत्यु सेवांत लाभ, सामान्य भविष्य निधि, बकाया वेतन, अंतिम वेन प्रमाण पत्र, एसीपी, एमएसीपी आदि के संदर्भ में विस्तृत जानकारी दी गयी। इस अवसर पर सहायक समाहर्ता, शिवाक्षी दीक्षित, अपर समाहर्ता, राजीव कुमार सिंह, वरीय उप समाहर्ता, रवि प्रकाश, राजकुमार सिन्हा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

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