बेतिया| शनिवार को जिला पदाधिकारी (समाहरणालय) के मुख्य द्वार पर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन का कार्यक्रम आयोजित किया गया। आखिल भारतीय प्राथमिक शिक्षक संघ के आह्वान पर पुरानी पेंशन योजना बहाली सहित 11 सूत्री मांगों के समर्थन में बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेश महासचिव श्री नागेंद्र नाथ शर्मा जी की देखरेख में यह एक दिवसीय धरना कार्यक्रम आयोजित हुआ। मुख्य मांगे इस प्रकार हैं: पुरानी पेंशन योजना अविलंब लागू किया जाए, सभी तरह के संविदा आधारित नियुक्तियों का नियमितीकरण किया जाए, राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 से शिक्षक विरोधी प्रावधानों को वापस लिया जाए, सप्तम केंद्रीय वेतन आयोग की अनुशंसाओं को समान रूप से लागू किया जाए , सभी प्रकार के बकाए का अविलंब भुगतान किया जाए, प्रधानाध्यापक/ प्रधान शिक्षक के पद प्रोन्नति द्वारा भरा जाए
7- 5 सितंबर 2018 का वेतन मुक्त किया जाए , पंचायत/ प्रखंड /नगर शिक्षकों का स्नातक ग्रेड में प्रोन्नति दिया जाए ,परिसीमन के उपरांत नए क्षेत्रों को शामिल करते हुए आवास भत्ता दिया जाए, एमडीएम समेत सभी गैर शैक्षणिक कार्यों से शिक्षकों को मुक्त किया जाए, सभी कोटि के शिक्षकों की वेतन विसंगति दूर की जाए।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेश महासचिव श्री नागेंद्र नाथ शर्मा ने कहा कि अखिल भारतीय प्राथमिक शिक्षक संघ भारत का सबसे बड़ा प्राथमिक शिक्षक संगठन है। अखिल भारतीय प्राथमिक शिक्षक संघ के 24 राज्यों में लगभग 23 लाख सदस्य हैं। हमारा लक्ष्य शिक्षकों के अधिकारों को अक्षुण्ण रखना एवं गुणवत्ता शिक्षा प्राप्त करना है। बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ अखिल भारतीय प्राथमिक शिक्षक संघ से मान्यता प्राप्त है और उसका अभिन्न अंग है। हम इस संघर्ष के माध्यम से बताना चाहते हैं कि हमारे संघर्ष का एक लंबा इतिहास रहा है ।जब भी हमने अपनी मांगों के लिए संघर्ष किया है तो सफलता को अंजाम देने का काम किया है । बहुत ही दुखद स्थिति है कि हमारे शिक्षक जब सेवानिवृत्त होंगे बिना पेंसन के उनके बुढ़ापे का जीवन कैसे कटेगा । आज कई राज्यों ने पुरानी पेंशन बहाल कर दिया है। हम भारत के सभी राज्यों से अनुरोध करते हैं कि मानवीय दृष्टिकोण से मानवता के आधार पर हमारे तमाम शिक्षकों को पुरानी पेंशन योजना लागू करें। इसके साथ जो हमारे अन्य मांगे है ,जैसे सभी शिक्षकों को समान काम के लिए समान वेतनमान समान वेतन, राज्य कर्मी का दर्जा नई शिक्षा नीति में जो भी खामियां हैं, जैसे जैसे आंगनवाड़ी सेविका को बहाल करना टोला सेवक को बहाल करने का विरोध कर रहे हैं। हमारी मान्यता है कि उन सभी के जगह पर प्रशिक्षित शिक्षकों को बहाल किया जाए। सभी राज्यों में सातवां वेतन पुनरीक्षण में जो भी त्रुटियां हैं उन्हें दूर करके लागू किया जाए। सभी शिक्षकों को जब तक पुराना वेतन पुराने शिक्षको की तरह हूबहू वेतनमान सुविधा, पुरानी पेंशन योजना नहीं प्राप्त होगी तब तक गुणवत्ता शिक्षा की कल्पना बेमानी है। हम पूरी एकजुटता के साथ हम अपनी मांगों के उपलब्धि तक संघर्ष जारी रखेंगे।
आगे हमारा यह कार्यक्रम यहीं तक नहीं रुकेगा ।यह कार्यक्रम हमारी मांगे पूरी होने तक जारी रहेगा । अखिल भारतीय शिक्षक संघ के मार्गदर्शन में यह धरना प्रदर्शन 15 नवंबर 2022 को गर्दनीबाग पटना में आयोजित किया जाएगा। उसके बाद भी हम रुकेंगे नही। हम जनवरी 2023 में जंतर मंतर दिल्ली में भी विशाल प्रदर्शन का आयोजन करेंगे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सचिव नर्वोदय ठाकुर ने कहा कि हमारे संघर्ष का फल निश्चित ही बहुत अच्छा मिलेगा। प्राथमिक शिक्षक संघ पहले भी सदन से लेकर सड़क तक संघर्ष किया है। आगे भी हम अपनी जायज मांगों के लिए इस संघर्ष को जारी रखेंगे। उपरोक्त कार्यक्रम को अध्यक्ष गौतम प्रसाद राव, बेचू प्रसाद यादव। सचिव नर्वोदय ठाकुर साथ मे मुजीबुल हक रामा शंकर गिरी आशुतोष सिंह , मोहन सिंह , सुबोध शुक्ला, प्रदीप पांडे, चंद्र प्रकाश पांडे , हरेंद्र यादव , मनोज यादव , रामएकबाल द्विवेदी, राकेश कुमार , वासव मधुप, इत्यादि अन्य कई वक्ताओं ने संबोधित किया।
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