आज दिनांक-03.08.2022 को राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग, नई दिल्ली एवं जिला बाल संरक्षण इकाई, पश्चिम चम्पारण के तत्वाधान में 30 जुलाई को विश्व मानव व्यापार निरोध दिवस एवं आजादी का अमृत महोत्सव के अवसर पर “बाल तस्करी से आजादी“ विषय पर जिले के सभी थानों के बाल कल्याण पुलिस पदाधिकारी हेतु एक दिवसीय संवेदीकरण कार्यक्रम का आयोजन सामाहरणालय सभागार में किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ उप-विकास आयुक्त, पश्चिम चम्पारण, माननीय अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश (सप्तम्), पश्चिम चम्पारण एवं श्री परेश शाह, वरिष्ठ तकनीकी सहायक, NCPCR, New Delhi एवं जिला बाल संरक्षण इकाई के सहायक निदेशक श्री अभय कुमार द्वारा द्वीप प्रज्जवलित कर किया गया।
अपने उद्धाटन सम्बोधन में उप-विकास आयुक्त के द्वारा सभी बाल कल्याण पुलिस पदाधिकारी एवं मानव व्यापार निषेद्ध इकाई को मानव व्यापार विशेषकर बच्चों की तस्करी को रोकने हेतु सभी हितधारकों के साथ मिलजुल कर कार्य करने हेतु प्रेरित किया गया। माननीय अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश (सप्तम्) द्वारा POCSO Cases से संबंधित मामलों में पुलिस पदाधिकारियों के कर्तव्यों के बारे में विस्तार से चर्चा की गयी। श्री परेश शाह, वरिष्ठ तकनीकी सहायक, NCPCR, New Delhi द्वारा बाल तस्करी होने के मूलभूत कारणां जैसे-अनाथ, गरीबी, अशिक्षा, एकल माता-पिता के बच्चे, आरकेष्ट्रा में लगाये जा रहे बच्चियों इत्यादि एवं बाल तस्करी को रोकने हेतु बाल संरक्षण समिति की बैठक करना एवं बच्चों का भेद्यता मानचित्रण तैयार करना आदि पर विस्तृत चर्चा की गयी। उप-विकास आयुक्त, पश्चिम चम्पारण द्वारा बताया गया कि श्रमिकों के पलायन को रोकने हेतु जिले में स्टार्टअप जोन, चनपटिया बनाया गया है ताकि श्रमिकों के साथ-साथ उनके बच्चे के पलायन को रोका जा सके। जिला बाल संरक्षण इकाई के सहायक निदेशक द्वारा किशोर न्याय (बालकों की देखरेख एवं संरक्षण) अधिनियम, 2015 पर विस्तृत चर्चा की गयी।
उक्त कार्यक्रम में किशोर न्याय परिषद् के प्रधान दण्डाधिकारी एवं सदस्य, बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष/सदस्य, बेतिया/बगहा के पुलिस पदाधिकारी एवं जिला बाल संरक्षण इकाई के पदाधिकारी/कर्मी उपस्थित थे।
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