बेतिया के सेंट जेवियर स्कूल में दर्जनों बच्चे हुए बेहोश

 जिले से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां सेंट जेवियर स्कूल में करीब दर्जनभर बच्चे बेहोश हो गए। बेहोश होने वाले सभी बच्चे उस समय स्कूल के फील्ड में थे और उन्हें आगजनी से बचाओ पर प्रशिक्षण व जागरूकता कार्यक्रम की जा रही थी। बच्चों को बेहोश होते हुए देख स्कूल वालों के भी होश उड़ गए। आनन-फानन में बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। वहीं सूचना मिलते ही बच्चों के अभिभावक भी काफी ज्यादा परेशान हो गए और तेजी के साथ अस्पताल पहुंचे। दूसरी ओर, जानकारी लगते ही स्कूल में एसडीएम, जिला शिक्षा अधिकारी समेत कई अफसर जांच के लिए पहुंचे। 

गौरतलब है कि बेतिया के संत जेवियर सेकेंडरी प्लस टू स्कूल में बुधवार को अग्निशमन विभाग की ट्रेनिंग दी जा रही थी। इस दौरान काफी संख्या में दर्जनों बच्चे अचानक बेहोश हो गए। स्कूल के प्रधानाध्यापक रिचार्ज डिसूजा ने बताया कि दोपहर 10:30 से 11:00 तक फील्ड में ट्रेनिंग दी जा रही थी। जिस में आग लगने पर उसे बुझाने के बारे में बताया जा रहा था। जिसके बाद बच्चों की एकाएक तबीयत खराब होने लगी। बहुत सारे बच्चे बेहोश होने लगे। किसी को सांस लेने में तकलीफ तो किसी को दम फूलने, चक्कर आने लगे। आनन-फानन में सभी को जीएमसीएच कॉलेज में भर्ती कराया गया।


वहीं बच्चों के भर्ती होने के बाद उनके अभिभावकों को फोन किया गया और डॉक्टरों की टीम को बुलाया गया। उन्होंने बताया कि पहले आधा दर्जन बच्चे जीएमसीएस कॉलेज में भेजे गए हैं। जबकि बीमार बच्चों की संख्या डेढ़ से दो दर्जन बताई जा रही है। फिलहाल 11 बच्चों का इलाज मेडिकल कॉलेज में चल रहा है। स्कूल में एसडीएम, जिला शिक्षा पदाधिकारी और मेडिकल की टीम पहुंची हुई है और जांच कर रही है। जांच कर रहे मेडिकल टीम के डॉ शंकर रजक ,डॉ अमरीश सिंह ने बताया कि फायर फाइटिंग ट्रेनिंग होने के लगभग 45 मिनट बाद सूचना मिली की बच्चे बेहोश हो रहे हैं वहां पहुंचकर यह पता लगा कि बच्चे जो खाना खाने में देरी हुई जिससे बच्चे अचेत होने लगे साथ ही साइक्लोजिकल प्रभाव के चलते एक के देखा देखी एक बच्चे देख बेहोश होने लगे । वही इस संदर्भ में अमन कुमार सिंह, जिला अग्निशमन पदाधिकारी ने बताया कि फायर फाइटिंग ट्रेनिंग के दौरान स्कूल प्रबंधन को यह बताया गया था कि प्रशिक्षण एवं जागरूकता अभियान के दौरान योग्य छात्र-छात्राओं को ही प्रोग्राम में शामिल किया जाए। साथ ही उन्होंने बताया कि ट्रेनिंग के दौरान अग्निशमन ट्रेनिंग की जो भी नियम था उसका पालन किया गया।

टिप्पणियाँ