लौरिया, राजस्थान के जालौर जिले के सियाला ब्लॉक गाँव में आरएसएस द्वारा संचालित सरस्वती विद्या मंदिर के प्रधानाध्यापक छैल सिंह ने अनुसूचित जाति के छात्र इन्द्र कुमार मेघवाल की बुरी तरह पिटाई कर हत्या किये जाने के खिलाफ भाकपा माले ने विरोध-मार्च निकाला जो बंगाली चौक से चलकर गोलमबर तक गया जहां माले कार्यकर्ताओ ने संघचालक मोहन भागवत का पुतला दहन किया। माले नेता यासिर अरफात ने कहा की कक्षा तीन के 9 वर्षीय दलित छात्र इन्द्र कुमार मेघवाल का कसूर बस इतना था कि उसने घडे़ से पानी पी लिया था। आगे माले नेता ने कहा भाजपा के शासन काल में जातिगत हिंसा की घटनाएं और बढ़ी है, कुछ दिन पहले ही उत्तर प्रदेश और बिहार में तथाकथित "उच्च" वर्णों द्वारा जातिगत हिंसा तथा हत्या सामने आया था!
बहरहाल आरएसएस वर्षों से विभिन्न संस्थानों द्वारा जातिगत भेदभाव व छूआछूत और हिंसा को बढ़ावा दे रही है।
वहीं माले नेता अशोक राम ने कहा की आरएसएस और भाजपा सभी संवैधानिक, प्रशासनिक और न्यायिक संस्थाओं के महत्वपूर्ण पदों पर जातिवादी, नफरतीं दिमाग वालों को बैठाया है।यह वही भाजपा है जो आये दिन लोकतंत्रिक अधिकारों को लेकर, न्याय को लेकर रोजगार को लेकर, शिक्षा को लेकर उठाने वाली हर आवाज को दमन कर खत्म कर रहीं हैं! वहीं माले जिला नेता ताजुद्दीन मंसुरी ने कहा की
दोस्तों संविधान हमें यह अधिकार देता है कि हम लोग छुआछूत और जातिगत हिंसा के खिलाफ संघर्ष करें, इस लिए आज छूआछूत और जातिगत हिंसा के खिलाफ संघर्ष करते हुए, संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिए संघर्ष को तेज़ करना होगा।आगे माले नेताओ ने दलीत छात्र के हत्यारा प्रधानाध्यापक को बर्खास्त कर कड़ी से कड़ी सजा देने व देश मे दलीत-मुस्लिम विरोधी राजनीती बंद करने की मांग किया।
विरोध-मार्च व पुतला दहन में नागेन्द्र राम, विट्टु कुमार राम,विपिन राम,राहुल कुमार, वृजेश पशवान,शेषनाथ राम,घनश्याम राम,मुन्ना राऊत आदि शामिल थे।
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