इनौस ने निकाला रोजगार मार्च,जिले के विभिन्न क्षेत्रों से निकला रोजगार मार्च बेतिया शहीद पार्क में पहुँच 42 के शहीदों को किया नमन

 


बेरोजगारी - धार्मिक उन्माद के खिलाफ रोजगार और न्याय के लिए आंदोलन करेगा इनौस

आरवाईए (इनौस) ने आजादी के 75 वे साल पर जिले के मैनाटाड, सिकटा, नरकटियागंज, सरिसवा, चनपटिया, बैरिया शहीदेआजम भगत सिंह मैदान आदि जगहों से रोजगार मार्च निकाला, जो बेतिया शहीद पार्क में पहुँच 1942 के शहीदों को नमन करते हुए माल्यार्पण किया, इनौस जिला अध्यक्ष फरहान राजा ने कहा कि देश आजादी के 75वे साल में प्रवेश कर चुका है, ऐसे में हम देख रहें हैं कि बेरोजगारी व महंगाई का ऐसा खराब आलम आजाद भारत में कभी नहीं हुआ था संप्रदायिक भावनाएं भड़का कर फूट डालने वाली मुद्दों पर महीनों बहस करने वाली मीडिया के लिए रोजगार कोई सवाल नहीं है सरकार और मीडिया नौजवानों के बीच नफरत बांटने के कारोबार में मस्त हैं अग्नीपथ जैसे विनाशकारी योजनाएं लाकर देश को बर्बाद करने की कोशिश हो रही है,सरकार की मंशा सेना की रेजिमेंटल प्रणाली को खत्म करने की है, ऐसी हालत में इनौस रोजगार मार्च कर सरकार और मीडिया के आंख खोलने का काम करेगा, इनौस जिला उपाध्यक्ष संजय मुखिया ने कहा की देश के नौजवानों के क्रांतिकारी आंदोलन की बुलंद आवाज इंकलाबी नौजवान सभा का 7 राष्ट्रीय सम्मेलन 10 से 11 सितंबर को 1857 क्रांति हुल विद्रोह के नायक बिरसा मुंडा और सिद्धू कानो की धरती झारखंड में होने जा रहा है हमारा मुल्क नौजवानों का मुल्क है यहां आधी से अधिक आबादी 25 साल से कम उम्र की नौजवानों की है और 62% आबादी 15 से 59 के बीच की उम्र की है कोई भी देश अपनी नौजवान आबादी को सम्मानजनक रोजगार देख कर ही तरक्की कर सकता है

इनौस जिला सचिव अफाक आलम ने कहा कि विकास और विश्व गुरु के शोर-शराबे के बीच देश में जितने भी परीक्षाएं हो रही है वह धांधली के शिकार होकर के और नौजवान को केवल हर साल फॉर्म भरवाने का काम किया जा रहा है ऐसे में देश के नौजवानों को इंकलाबी नौजवान सभा का झंडा को थाम ते हुए सदस्य बनना चाहिए और देश में बेरोजगारी धार्मिक उन्माद के खिलाफ रोजगार और न्याय के लिए लड़ने का आह्वान किया। इसके अलावा इनौस नेता सुरेन्द्र चौधरी, धर्मेन्द्र कुमार, राजन गुप्ता, आजाद अंसारी, मुबारक गद्दी, गुजेश्वर साह, सुनील गीरी, आलम गद्दी, शंकर उरांव, बलिराम उरांव, पप्पू राम, अभिमन्यु राव, यासिर आराफत, सुनील गुप्ता, गुफरान, आरिफ़ आदि नेताओं ने भी सरकार की आलोचना किया

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