2024 में केन्द्र की मोदी सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए तेज़ होगा आंदोलन

 

चनपटिया में भाकपा माले पार्टी कार्यालय में 5 वां प्रखण्ड सम्मेलन दिवंगत काॅमरेड महंथ यादव नगर में सम्पन्न हुआ, 

सम्मेलन की सुरूआत वरिष्ठ कामरेड वृजा प्रसाद ने झंडात्तोलन किया,

 सम्मेलन स्थल पर बनीं शहीद बेदी पर पुष्प अर्पित किया तथा शहीद व दिवंगत हुए कामरेडों को याद में एक मिनट का मौन श्रध्दांजलि दिया,

सम्मेलन की अध्यक्षता संजय यादव, वृजा प्रसाद, योगेन्द्र यादव, मनबोध साह आदि ने किया, 

सम्मेलन को भाकपा-माले राज्य कमिटी सदस्य ने कहा कि भाजपा पूरे देश में लोकतंत्र खत्म कर मनु स्मृति का विधान थोपना चाहतीं है, जिस का ताजा उदाहरण राजस्थान में भाजपा एवं आर एस एस द्वारा संचालित राजस्थान में सरस्वती शिशु विधा मंदिर विधालय में घडा़ से पानी पीने के जूर्म में शिक्षक द्वारा पीट पीट कर हत्या कर दी गई है जो देश को झकझोर दिया है,भाकपा-माले मोदी सरकार के जनविरोधी लोकतंत्र विरोधी कार्यवाही का विरोध करतीं रहीं हैं आगे और संघर्ष तेज़ कर 2024 में केन्द्र की मोदी सरकार को उखाड़ फेंकने का आह्वान किया, आगे कहा कि देश की जनता महंगाई , बेरोजगारी से तबाह हैं, केन्द्र सरकार द्वारा बिहार में यूरिया कम आवंटन से खेती बारी चौपट हो रहीं है,

सम्मेलन का प्रवेक्षक जिला कमिटी सदस्य सुरेन्द्र चौधरी ने कहा कि भाजपा सरकार ने लोकतंत्र, संविधान और जीने के बुनियादी अधिकारों पर चौतरफा हमला बोल दिया है। बेतहाशा महंगाई, बेरोजगारी और आर्थिक संकट से आमलोग त्रस्त हैं। देश की बुनियादी संपदा – रेल, बैंक, कल-कारखाने, जल-जंगल-जमीन यानी सबकुछ कॉरपोरेट कंपनियों, खासकर अंबानी-अडाणी के हवाले किया जा रहा है।

माले नेता संजय यादव ने कहा कि मोदी सरकार मुस्लिम विरोधी नफरत और उन्माद को चौतरफा बढ़ा कर सामाजिक ताने-बाने में सांप्रदायिक जहर घोला जा रहा है। मोदी सरकार का मिशन देश में लोकतांत्रिक-संवैधानिक व्यवस्था को खत्म कर एक फासिस्ट हिन्दू कॉरपोरेट राज कायम करना है और इसीलिए जनता के हर अधिकार को कुचलने के लिए बुलडोजर राज और फासिस्ट तानाशाही को मजबूत कर रहीं है।, अंत में संजय यादव को पुनः प्रखण्ड सचिव चुनाव हुआ, 21 सदस्यीय अंचल कमिटी का गठन हुआ, जिसमें संजय यादव, वृजा प्रसाद, हाकिम मियां, भरत ठाकुर, अफजल अहमद, मन बोध साह, धर्म कुशवाहा, अच्छे लाल प्रसाद, राजेन्द्र पडित, मोजामिल शेख, महेंद्र राम, नेसरूल्लाह मियां, तारकेश्वर यादव, सम्भू महतों, दिनेश प्रसाद, प्रभु यादव, भोला माझी, भोला पटेल आदि को चुना गया

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