बिलकिस बानो गैंगरेप केस के सभी 11 सजायाफ्ता कैदियों की रिहाई के खिलाफ आज भाकपा-माले ने विरोध मार्च निकाला

 

नरकटियागंज जब देश आजादी के 75 साल पूरे होने का जश्न मना रहा था,उसी दिन 15 अगस्त को बिलकिस बानो गैंगरेप और उनके परिवार के 7 सदस्यों की हत्या करने वाले सभी 11 सजायाफ्ता कैदियों को भाजपा सरकार द्वरा रिहा करने के खिलाफ आज भाकपा-माले ने विरोध मार्च निकाला जो पोखरा चौक से निकलकर शहीद भगत सिंह चौक पहुंचा व सभा मे तब्दील हो गया जहां माले कार्यकर्ताओ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला दहन किया.

भाकपा-माले नेता केदार राम ने कहा कि दंगों की आग से बचने के लिए बिलकिस बानो अपनी बच्ची और परिवार के साथ गांव छोड़कर चली गई थीं।जहां बिलकिस बानो और उनका परिवार जहां छिपा था, वहां 3 मार्च 2002 को 20-30 लोगों की भीड़ ने तलवार और लाठियों से हमला कर दिया. भीड़ ने बिलकिस बानो के साथ बलात्कार किया. उस समय बिलकिस 5 महीने की गर्भवती थीं. इतना ही नहीं, उनके परिवार के 7 सदस्यों की हत्या भी कर दी थी. बाकी 6 सदस्य वहां से भाग गए थे. इस मामले में सीबीआई के स्पेशल कोर्ट ने सभी 11 दोषियों को उम्रकैद की सजा सुनाई थी।

माले नेता यासिर अराफात ने कहा कि ध्यान देने योग बात यह है कि 11 दोषियों की रिहाई कोर्ट ने नहीं किया बल्की गुजरात के भाजपा सरकार ने 1992 का रीमिशन नीति के तहत किया है।

जबकि सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर 1992 की नीति को 2012 में ही हटा दिया गया,जिसे गुजरात सरकार ने खुद स्वीकार किया है,यह न्याय के साथ मजाक है।

भाकपा-माले नेता यासिर ने कहा कि बिलकिस बानो गैंगरेप केस सभी 11 सजायाफ्ता कैदियों को जेल से बाहर आने के बाद विश्व हिंदू परिषद के दफ्तर में उनका फूल-माला पहनाकर सम्मान किया गया है. इतना ही नहीं भाजपा विधायक राउलजी ने  मोजो स्टोरी को दिए एक इंटरव्यू में वह कहते हैं, कि वे सभी ब्राह्मण व अच्छे संस्कार के पुरुष हैं,जेल में उनका आचरण अच्छा था। यानी ब्राह्मण होना ही न्याय प्रणाली से उपर है।भाकपा-माले नेताओं ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव पर दिल्ली में एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नारी शक्ति की झूठी बातें कर रहे थे वही दूसरी तरफ गुजरात में भाजपा सरकार 5 महीने की गर्भवती महिला बिलकिस बानो से सामुहिक बलात्कार और उनकी 3 साल की बच्ची की हत्या करने वालों के दोषियों की रिहाई कर रहा था।प्रधानमंत्री मोदी  देश की महिलाओं को क्या संदेश दे रहे हैं? प्रधानमंत्री जी, पूरा देश आपकी कथनी और करनी में अंतर देख रहा है.'आगे नेताओं ने कहा किबिलकिस बानो गैंगरेप केस के सभी 11 सजायाफ्ता कैदियों की रिहाई तथाकथित हिंदू राज यानी उच्च वर्णों का राज का न्याय प्रक्रिया की एक झलक है, जहां हमारा संविधान लोकतंत्र आजादी सब खतरे में है, हमें संविधान लोकतंत्र और आजादी को बचाने की लड़ाई को तेज़ करने का आह्वान किया। विरोध-प्रदर्शन व पुतला दहन में 

अशोक राम,भरत कुमार राम,प्रकाश पशवान,बृजेश पशवान,जैनूल हक,ममताज आलम, जुबैर आलम,त्रिलोकी कुशवाहा,सुभाष चौधरी,राजा चौधरी,दिनेश राम,सेराजुल मियां,युनुस मियां,ऐनुल हसन,जफर साहब, महमद रईस,आशीष कुमार,सुनिल कुमार व अन्य शामिल थे।।।

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