संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर शहीद उधम सिंह के शहादत दिवस के अवसर पर आज बेतिया में घनघोर वर्षा के बीच बिहार राज्य किसान सभा द्वारा सोवा बाबू चौक पर सड़क जाम किया गया । सड़क जाम को हटाने में पुलिस असफल रही । जबकि पुलिस से गहमा गहमी चलती रही । इस अवसर पर हुई सभा को संबोधित करते हुए बिहार राज्य किसान सभा के संयुक्त सचिव प्रभुराज नारायण राव ने कहा कि आज पूरे देश में संयुक्त किसान मोर्चा के द्वारा तमाम राजमार्गों को जाम किया जा रहा है ।इसके पीछे मकसद है कि एक बार फिर केंद्र सरकार को यह बता देना की वादाखिलाफी किसान बर्दाश्त नहीं करेंगे । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब तीन कृषि काले कानूनों की समाप्ति की घोषणा की थी । उसी समय उन्होंने कहा था कि एक कमेटी गठित की जाएगी । जिसमें किसान प्रतिनिधि भी शामिल होंगे और उस कमेटी में एमएसपी तथा किसानों के अन्य मांगों को सुलझा लिया जाएगा । लेकिन काफी देर के बाद जब कमेटी की बात देश के कृषि मंत्री ने सामने लाई , तो उसमें संयुक्त किसान मोर्चा के मात्र तीन प्रतिनिधियों को शामिल करने को कहा गया । बाकी सरकारी दलाल और भाजपा के किसान संगठन के लोगों की भारी भरकम कमिटी बनाई गई ।जिस कमेटी में संयुक्त किसान मोर्चा शामिल होने से इंकार कर दिया ।
आज इस सड़क जाम के माध्यम से केंद्र की सरकार तथा देश के प्रधानमंत्री मोदी को यह बताना चाहते हैं कि किसानों ने आंदोलन की समाप्ति नहीं की थी । बल्कि आंदोलन को स्थगित किया था । हमारी मांगे एमएसपी को कानूनी दर्जा देने , 13 महीने तक चले किसान आंदोलन में 750 शहीद साथियों को मुआवजा देने , 48 हजार से ज्यादा देशभर में किसानों पर हुए मुकदमों को समाप्त करने तथा लखीमपुर खीरी के 4 किसानों के हत्यारे गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी को अविलंब बर्खास्त कर उन पर हत्या का मुकदमा चलाने , अग्निपथ योजना को रद्द करने , बिहार को सूखाग्रस्त क्षेत्र घोषित करने की मांग जब तक पूरी नहीं की जाती । तब तक आंदोलन चलता रहेगा ।
किसान सभा के जिला सचिव चांदसी प्रसाद यादव ने कहा कि अनेक कार्यक्रम संयुक्त किसान मोर्चा ने लिया है । इसलिए आज के इस सफल सड़क जाम के माध्यम से देश के प्रधानमंत्री और उनकी सरकार को संयुक्त किसान मोर्चा बता देना चाहता है कि अपनी मांगों को हासिल करने तक यह आंदोलन चलता रहेगा और किसी प्रकार की कोई दमनात्मक कारवाइयां केंद्र सरकार के द्वारा की गई , तो यह जन आंदोलन के रूप में तब्दील होगा और संभव है , आंदोलन की आग में केंद्र सरकार की समाप्ति ना हो जाए ।
इस अवसर पर बिहार राज्य किसान सभा के जिला के संयुक्त सचिव म. वहीद , हरिओम यादव , बिहार प्रांतीय खेतिहर मजदूर यूनियन के जिला मंत्री प्रभुनाथ गुप्ता , दोवा हकीम , सदरे आलम ,सीटू के पश्चिम चंपारण के जिला अध्यक्ष वी के नरूला ,मंत्री शंकर कुमार राव , अनवार अली , डी वाई एफ आई के जिला मंत्री म. हनीफ , ई रिक्शा चालक संघ के महासचिव नीरज बरनवाल , म. सहीम , प्रेम कुमार , मनौअर अंसारी आदि नेताओं ने अपने विचार व्यक्त किए ।
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