यूरिया की कालाबाजारी पर रोक के लिए खाद आवंटित दुकानों की सूची सार्वजनिक करें : किसान महासभा

 


जिला कृषि पदाधिकारी और बड़े स्टाकिस्टों के मेल से यूरिया की कालाबाजारी की जांच कर कार्रवाई हो: माले

किसान महासभा और भाकपा माले ने बैरिया कृषि कार्यालय पर प्रदर्शन किया

बेतिया 29 जुलाई। जिला कृषि पदाधिकारी और बड़े स्टाकिस्टों के मेंल से यूरिया की कालाबाजारी हो रही। किसानों को पांच से सात सौ रुपए प्रति बोरी यूरिया खरीद करना पड़ रहा है। प्रखंडों में आवंटित खाद की मात्रा और दुकानदारों की सूची कृषि कार्यालय द्वारा सार्वजनिक नहीं किया जा रहा है। दुकानदार फर्जी किसानों का सूची बना यूरिया को कालाबाजार में बेच दे रहे हैं। कहीं यूरिया बिकता है तो उसके साथ सल्फर और अन्य गैर जरूरी रासायनिक उत्पाद जबरन दिया जा रहा है।जो लोग गैर जरूरी रासायनिक उत्पाद नहीं ले रहे हैं उनको यूरिया नहीं दिया जा रहा है। इसपर रोक लगाया जाए। उक्त बातें किसान महासभा के जिला अध्यक्ष सुनील कुमार राव ने बैरिया प्रखंड कार्यालय पर प्रदर्शन के दौरान कहा। उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार किसानों को उचित मूल्य पर यूरिया उपलब्ध कराए नहीं तो किसान महासभा आंदोलन के लिए बाध्य होगा। माले नेता सुरेन्द्र चौधरी ने कहा कि सरकार ने जुलाई माह के 33000 मैट्रिक टन के बदले मात्र 1924 मैट्रिक टन यूरिया दिया है इसका फायदा बड़े स्टाकिस्टों और फुटकर विक्रेता द्वारा उठा किसानो से अधिक मूल्य में यूरिया बेचा जा रहा है। माले नेता ठाकुर साह ने कहा जिस दुकानदार को यूरिया आवंटित किया जा रहा है उसकी सूची सार्वजनिक करें प्रखंड कृषि पदाधिकारी। किसान महासभा के हारून गद्दी ने कहा कि सरकार किसानों को अधिक मूल्य पर यूरिया बिक्री करा किसानों को लुटवा रही है। मौके पर बिनोद कुशवाहा,रूदल यादव, मोती लाल मुखिया धुरेंन्द्र पटेल, जोखू महतो, अनिरुद्ध महतो, नागेश्वर राम, राजेश महतो,छठू साह आदि थे।

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