नफरत के खिलाफ सम्मनजनक रोजगार के लिए गाँव यात्रा करेगा : इनौस

 


बेतिया -|इंकलाबी नौजवान सभा इनौस का जिला कमिटी की बैठक हरिबाटीका चौक स्थित सुकन्या विवाह उत्सव भवन में आयोजित हुआ, जिसमें जिला अध्यक्ष फरहान राजा ने बैठक की अध्यक्षता किया, जबकि सिकटा प्रखण्ड अध्यक्ष संजय मुखिया ने संचालन किया, बैठक को सम्बोधित करते हुए फरहान राजा ने कहा कि इंकलाबी नौजवान सभा ने राष्ट्रीय स्तर पर नफरत के खिलाफ सम्मनजनक रोजगार के लिए, अग्निपथ भर्ती योजना एवं भाजपा सरकार की बुलडोजर नीति के खिलाफ गाँव- गाँव में यात्रा निकलने का कार्यक्रम तय किया है इसी आलोक में पश्चिम चम्पारण में भी 20 जुलाई से लेकर 31 जुलाई तक सभी प्रखण्डो में नौजवानों को कन्वेंशन कर सदस्यता अभियान चलेगा, वही 10 अगस्त से लेकर 25 अगस्त तक इनौस के बैनर तले गाँव यात्रा निकाला जाएगा, जिसके माध्यम से बढती बेरोजगारी, आसमान छूती महंगाई, गाँव गाँव में फैल चुका भ्रष्टाचार, रोज हो रहे संविधान पर हमले आदि के जिम्मेदार मोदी सरकार के चरित्र को जनता में बताएगा

जिला उपाध्यक्ष अफाक आलम ने कहा

तीस्ता सीतलवाड़, संजीव भट्ट ,श्रीकुमार, जुबैर आदि को रिहा करने की मांग करते हुए कहा कि ये वही तीस्ता हैं जो दंगो में मारे गए सैकड़ो हिंदुओ के न्याय की लड़ाई ही नहीं लड़तीं, बल्कि दर्जनों की शिक्षा दीक्षा का काम भी देखती हैं। मुम्बई बम ब्लास्ट 1993 में मारे गए "हिंदुओ" की लड़ाई भी तीस्ता ही लड़ीं, सरकार से मदद दिलाई। उन्हें  कोई हिन्दू नहीं मानता क्योंकि ब्लास्ट में मरने वाले ठेले खोमचे वाले और आम नागरिक थे। पूरा परिवार पीढ़ी दर पीढ़ी आम लोगों की लड़ाई लड़ता रहा है। तीस्ता के पिता भी जाने माने बैरिस्टर थे और जनहित के मुद्दों पर लड़ने के लिए जाने जाते हैं। संजय मुखिया ने कहा कि भाजपा फुलवारीशरीफ को आतंकियों का केंद्र बताकर उसे कब्रगाह बनाने की कोशिश कर रही है. झारखंड पुलिस के रिटायर्ड दारोगा मो. जलालुद्दीन को आतंकवादी व देश विरोधी कार्रवाइयों से जोड़कर मुस्लिमों को एक बार फिर से निशाने पर लेने की कोशिशें हो रही हैं.

 ।हकीकत खुद पटना एसएसपी डाॅ. मानवजीत सिंह ढिल्लो के बयान से खुल रही है, जिसमें उन्होंने कहा है कि पीएफआई आरएसएस की तर्ज पर काम करने वाला एक संगठन है. यह संगठन अपने कार्यकर्ताओं को आरएसएस की तरह ही लाठी-गोली चलाने की ट्रेनिंग देता है. एसएसपी के बयान से भाजपा को इतनी मिर्ची क्यों लगी है? आरएसएस तो इन मामलों में कहीं आगे है. वह शस्त्र पूजा करता है और उसके हाथ महात्मा गांधी के खून से सने हुए हैं. इनके अलावा सुरेन्द्र चौधरी, राजन साह, अफजल आलम आदि नेताओं ने भी अपने बिचार रखा

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