फुलवारीशरीफ प्रकरण भाजपा के मिशन 2024 का हिस्सा: इन्साफ मंच

  

नरकटियागंज, भाकपा माले व इन्साफ मंच ने राज्य ब्यापी कार्यक्रम के तहत पटना-फुलवारीशरीफ मे गत दिनो पुर्व हुई प्रशासनिक कार्रवाई के खिलाफ प्रतिवाद मार्च निकाला जो पार्टी कार्यालय से चलकर शहर के मुख्य मार्ग होकर शहीद भगत सिंह चौक पहूँचा और सभा में तब्दील हो गया।सभा को संबोधित करते हुए माले नेता यासिर अरफात ने कहा की फुलवारीशरीफ की घटना भजपा की मिशन 2024 का तैयारी है और मुसलमानो की नुमाइंदगी का ढोंग रचने वाले शुसासन बाबु की भाजपा के सामने खामोशी उनकी बेबसी का परिणाम है।आगे माले नेता ने कहा की मुस्लिम बहुल क्षेत्रो को निरंतर आतंकवाद के नाम पर बदनाम करने की कोशिश बिहार में की जा रही है तथा संदिग्ध के नाम पर पूरे मुस्लिम समुदाय को निशाना बनाना जो की गैर संवैधानीक व अलोकतांत्रिक है।आतंकवाद के नाम पर गिरफ्तार करना और कुर्सी बाबु के प्रशासन के इस गैरजिम्मेदाराना कार्रवाई के प्रती खामोशी इख्तियार कर लेना मुस्लिमों के साथ धोखा के सिवाय कुछ नही।जिसके के कारण आज मुस्लिम समुदाय भय के माहौल में अपने आपको ठगा हुआ महसूस कर रहा है।इसलिए यह जरूरी है की नितीश कुमार की प्रशासन निर्दोषों को गिरफ्तार करने से पहले चिन्हित कर सजा दे।

वहीं माले वरिष्ठ नेता केदार राम ने कहा की फुलवारीशरीफ की घटना और प्रशासनिक कार्रवाई से ऐसा प्रतीत होता है की नितीश कुमार की प्रशासन नीतीश कुमार की कम भाजपा की ज्यादा सुन रही है।और लोकतंत्र व संविधान के साथ शदीयों पुरानी भारतीय गंगा-यमुनी संस्कृती को हत्या करने वाले संधी ताकतों के मिशन 2024 के लिए कदम से कदम मिलाकर आगे बढ़ रहे हैं और हिन्दु-मुस्लिम ध्रुवीकरण करने की कोशिश कर रही है।अफसोस है की पूरा प्रशासनिक तंत्र संधी ताकतो के इशारा पर काम कर रही है जिसे कभी सफल नही होने दिया जायेगा और माले भारतीय लोकतंत्र व संविधान बचाने की लड़ाई निरंतर जारी रखेगी।वहीं इन्साफ मंच के जिला उपाध्यक्ष ऐनुल हसन ने प्रशासन से गिरफ्तार सभी पांच आरोपीयों के ठोस सबूत जनता के सामने प्रस्तुत करने की मांग किया और कहा की भाजपा के इस साजिश के खिलाफ गांव-गांव मे आन्दोलन चलाकर भंडाफोड किया जायेगा।नागरिक प्रतिवाद मार्च में नजरे आलम, जिउत साह,महम्मद रईस, दिनेश राम, जिउत साह,महंत दास, छोटु आलम,सुभाष चौधरी,ममताज आलम,पारस मुखिया, जफीर आलम, सुकट चौधरी, शेख युनिस,जिउत साह,छोटे लाल दास,जुनैद आलम,भुलेन्दर बिन, आन्वेज आलम,लालबाबू चौधरी, महमद नुरआलम,राजेश गुप्ता,महमद अलीमुद्दीन, जनार्दन साह,महम्मद जफर,महमद साहेब, शेख नजारूल,नवीन कुमार तिवारी आदि शामिल थे।

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