विभागीय कोप का भाजन बन जाता है बन रहा है मनरेगा योजना!

योजना को असफल बनाने में लगे विभाग के पदाधिकारी।

रात रात के अंधेरे में चलता है जेसीबी,

पूछने पर कन्नी काटते हैं अधिकारी।

मैं हूं महात्मा गांधी ग्रामीण रोजगार योजना हमारा सृजन इसलिए हुआ कि मैं गरीब असहाय मजदूरों को रोजगार दे सकूं ,ताकि मजदूरों का प्रवास, पलायन रुक सके। मैं मनरेगा मजदूरों को रोजगार देने में असमर्थ होता जा रहा हूं क्योंकि विभागीय अधिकारी के कोप का भाजन बन जा रहा हूं मेरे काम में जेसीबी लगा दिया जा रहा है।

इतना ही नहीं भारत सरकार के महत्वकांक्षी योजना को असफल बनाने में लगे हैं । मजदूरों के घर में खुशहाली आए सरकार के महत्वकांक्षी योजना में पानी फेरने में लगे अधिकारी, जहां एक तरफ केंद्र और राज्य सरकार महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना अंतर्गत मजदूरों के पलायन रोकने के लिए रोजगार देने के लिए मनरेगा का काम मजदूरों से कराया जाना सुनिश्चित किया है ,ठीक इसके विपरीत चनपटिया प्रखंड के लालगढ़ पंचायत के करनमेंयां गांव के कब्रिस्तान में रविवार की मध्य रात्रि जेसीबी से काम कराए जाने का मामला प्रकाश में आया है इस संदर्भ में लालगढ़ पंचायत के बीडीसी मोहम्मद मुस्तफा ने जिला उप विकास आयुक्त को आवेदन देकर इसमें संबंधित

पदाधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है जबकि सरकार के महत्वकांक्षी योजना में से मजदूरों को पलायन रोकने के लिए 100 दिनों का रोजगार देना सुनिश्चित किया है ताकि मजदूरों का पलायन रुके, लेकिन सरकार के ही मुलाजिम इसके विपरीत मजदूरों को पलायन के लिए मजबूर कर रहे हैं जबकि यहां के जिलाधिकारी लोगों को रोजगार देने के लिए तरह-तरह की योजनाएं को संचालन करने में स्वयं लगे हैं, विभिन्न योजना जैसे चनपटिया में स्टार्टअप जोन में जिलाधिकारी लोगों को रोजगार देकर स्वावलंबी बनाना चाह रहे हैं ,लेकिन ठीक इसके विपरीत मनरेगा में जेसीबी से काम करा कर मजदूरों के हक हकूक को हनन किया जा रहा है जिससे मजबूर होकर मजदूर अन्य प्रदेश में जाकर अपने जीवन यापन हेतु कार्य करने पर मजबूर हैं। इस संदर्भ में कार्यक्रम पदाधिकारी मनरेगा से बात करने पर उन्होंने बताया कि मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी।

जबकि बीडीसी मोहम्मद मुस्तफा का कहना है कि, कार्यक्रम पदाधिकारी मनरेगा चनपटिया को रात में लगातार फोन किया गया वीडियो फुटेज दिया गया उसके बाद में उन्होंने मोबाइल स्विच ऑफ कर दिया.

वहीं कृष्णकांत डीपीओ मनरेगा ने बताया कि मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी.

अब देखना यह है कि कार्रवाई होती है या मामले को दबा दिया जाता है.

संदर्भ में डीडीसी ने बताया कि मामले की जांच कर की जाएगी.

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