पूसा विश्वविद्यालय के कुलपति को बरखास्त करो : भाकपा

बेतिया | एस एफ आई की बिहार राज्य कमेटी के पूर्व उपाध्यक्ष प्रभुराज नारायण राव ने आक्रोश व्यक्त किया है कि पूसा विश्वविद्यालय के कुलपति की मनमानी एवं हठधर्मिता के चलते आज विश्वविद्यालय में अराजक स्थिति पैदा हो गई है । इतना ही नहीं उन्होंने चेतावनी दे रखा है कि कोई भी छात्र जुलूस , प्रदर्शन , धरना या अनशन का कार्यक्रम करेगा तो उसको विश्वविद्यालय से निष्कासित कर दिया जाएगा । 

जनतांत्रिक अधिकारों को छीनने का कुलपति का यह घिनौना आदेश कभी भी सराहनीय नहीं हो सकता । इसलिए हम कहना चाहते हैं की मोटरसाइकिल दुर्घटना से अखिल शाह की हुई मौत को बचाया जा सकता था । अगर समय पर विश्वविद्यालय प्रबंधन उसकी समुचित इलाज की व्यवस्था करती तो वह बच सकता था । 

लेकिन विश्वविद्यालय प्रबधन द्वारा ऐसा नहीं करके जो छात्र एंबुलेंस से अच्छी इलाज के लिए मुजफ्फरपुर ले गए । उन्हें दंडित करने का काम कुलपति द्वारा किया जा रहा है । उन बच्चों पर 3 केस कर के उनकी गिरफ्तारी की साजिश रची जा रही है ।

उन्होंने मांग किया कि राजेंद्र कृषि विश्वविद्यालय पूसा के कुलपति अपने कर्तव्य और निष्ठा को ध्यान में रखते हुए छात्रों के साथ उचित संबंध बनाए रखें और जो पुलिस केस छात्रों पर किए गए हैं। उसे अविलंब वापस ले तथा शैक्षणिक वातावरण का निर्माण कर छात्रों को शिक्षण कार्य संपन्न कराने मैं सहयोग करें ।

ज्ञातव्य है कि 21 मई को मृत छात्र अखिल साह के शव को लेकर विश्वविद्यालय के कुलपति के समक्ष छात्र प्रदर्शन कर रहे थे और इसके जिम्मेदार व्यक्तियों पर हत्या के मुकदमा करने की मांग कर रहे थे । तो विश्वविद्यालय के कुलपति समस्तीपुर , ताजपुर तथा पूसा के पुलिस पदाधिकारियों को बुलाकर पूरे विश्वविद्यालय के कैंपस में पुलिस का जमावड़ा लगा दिया और बर्बर तरीके से छात्रों पर लाठियां बरसाई गई । गोलियां चलाई गई । इस सारी घटनाओं का जवाबदेह विश्वविद्यालय के कुलपति हैं और उन्हें अविलंब बर्खास्त किया जाए । अन्यथा विश्वविद्यालय में पठन-पाठन तथा शैक्षणिक वातावरण का निर्माण नहीं हो सकता ।

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