शत-प्रतिशत राजस्व लक्ष्य की प्राप्ति हेतु बेहतर तरीके से करें कार्य : तारकिशोर प्रसाद

पश्चिमी चम्पारण जिला विकास के पथ पर अग्रसर, इसे और तीव्र गति से आगे बढ़ाने की आवश्यकता।

जिले के जनप्रतिनिधिगण और अधिकारीगण को समन्वित प्रयास करना होगा

जल निकासी हेतु नगर निगम, बेतिया एवं अन्य नगर निकायों द्वारा किया जा रहा है बेहतर कार्य


बेतिया। तारकिशोर प्रसाद, उपमुख्यमंत्री, बिहार की अध्यक्षता में आज समाहरणालय सभाकक्ष में आंतरिक संसाधन, नगर विकास विभाग (बुडको सहित) तथा पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग की महत्वपूर्ण समीक्षात्मक बैठक सम्पन्न हुयी। इस अवसर पर सांसद, संजय जायसवाल, सतीश चन्द्र दूबे, उपमुख्यमंत्री, बिहार, श्रीमती रेणु देवी, विधायक, राम सिंह, उमाकांत सिंह, विनय बिहारी, विरेन्द्र प्रसाद गुप्ता, माननीय विधान पार्षद, भीष्म सहनी, सौरभ कुमार सहित जिलास्तरीय पदाधिकारी एवं संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे। 

जिलाधिकारी, पश्चिम चम्पारण, बेतिया, कुंदन कुमार द्वारा पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से उक्त विभागों द्वारा किये जा रहे कार्यों की विस्तृत जानकारी माननीय उपमुख्यमंत्री सहित अन्य जनप्रतिनिधिगणों को दी गयी।उपमुख्यमंत्री, बिहार, तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि पश्चिम चम्पारण जिला विकास के पथ पर अग्रसर है, इसे और अधिक तीव्र गति से आगे बढ़ाने के लिए सभी माननीय जनप्रतिनिगण एवं अधिकारीगण को लगातार प्रयास करना होगा। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर बिहार के तहत मजबूती के साथ कार्य करना है। सरकार के विभिन्न विकासात्मक एवं कल्याणकारी योजनाओं का क्रियान्वयन बेहतर तरीके से किया जाय ताकि लाभुकों को ससमय विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित किया जा सके। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि माननीय जनप्रतिनिगिण द्वारा कही गयी बातों को गंभीरता से लें और उनके द्वारा रखी जा रही समस्याओं का त्वरित समाधान कराना सुनिश्चित किया जाय। उन्होंने कहा कि माननीय जनप्रतिनिधिगण जिले के विकास की गति को और अधिक तेज करने के लिए जिला प्रशासन के साथ मिलजुल कर समन्वित प्रयास करें।आंतरिक संसाधन की समीक्षा के दौरान उन्होंने निदेश दिया कि जिन विभागों को राजस्व वसूली हेतु लक्ष्य प्राप्त हो गया है वे शत-प्रतिशत लक्ष्य की प्राप्ति करना सुनिश्चित करेंगे। जिन विभागों को अबतक लक्ष्य प्राप्त नहीं हुआ है, वे लक्ष्य प्राप्त होते ही तेजी के साथ कार्य करेंगे। सभी विभाग राजस्व संग्रहण के लिए बेहतर प्रदर्शन करें। उन्होंने कहा कि राजस्व संग्रहण लक्ष्य प्राप्त करने की दिशा में किसी भी प्रकार की लापरवाही एवं शिथिलता नहीं होनी चाहिए। 

कार्यपालक अभियंता, विद्युत को निदेश दिया गया कि आमजन की शिकायतों का त्वरित गति से निराकरण कराना सुनिश्चित किया जाय। इस हेतु सभी अभियंताओं को तत्परतापूर्वक कार्य करने हेतु निदेशित किया जाय। सभी अभियंता अपने मोबाईल फोन को ऑन रखेंगे तथा प्राप्त कॉल पर अच्छे तरीके से रिस्पान्ड करेंगे। उपमुख्यमंत्री द्वारा अपने समक्ष एक विद्युत अभियंता जिनका मोबाईल नंबर-7763814823 है पर संपर्क साधा गया, विद्युत अभियंता द्वारा तुरंत कॉल रिसिव कर लिया गया। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे ही सभी कॉलों का जवाब दिया जाना सुनिश्चित किया जाय। उन्होंने निदेश दिया कि विद्युत विपत्रों में त्रुटि की गुंजाईश नहीं रहें इस हेतु ठोस कार्रवाई की जाय। 

माप-तौल विभाग की समीक्षा के दौरान उन्होंने निदेश दिया कि अपेक्षाकृत राजस्व संग्रहण कम है, इसे तेजी के साथ बढ़ाना होगा। उन्होंने निदेश दिया कि हाट-बाजार, गांव, कस्बा आदि में कैम्प लगाकर राजस्व संग्रहण कराना सुनिश्चित किया जाय। जिला सहकारिता पदाधिकारी एवं जिला मत्स्य पदाधिकारी को और अधिक मेहनत करते हुए शत-प्रतिशत लक्ष्य की प्राप्ति हेतु निदेशित किया गया। 

नगर निगम एवं नगर निकायों की समीक्षा के दौरान उन्होंने कहा कि बरसात के मौसम के पूर्व जल निकासी की सुदृढ़ व्यवस्था हेतु अच्छा कार्य किया गया है। जिलाधिकारी, पश्चिम चम्पारण के मार्गदर्शन में नगर निगम, नगर निकायों में जल निकासी हेतु समुचित व्यवस्था की जा रही है। मजिस्ट्रेट की प्रतिनियिक्त कर नालों से अतिक्रमण भी हटाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि नगर निगम, जिला मुख्यालय में स्ट्रोम ड्रेनेज सिस्टम पर कार्य किया जा रहा है। अन्य नगर निकायों में जल निकासी हेतु समुचित व्यवस्था की जा रही है। 

उन्होंने निदेश दिया कि सभी नगर निकाय जल निकासी हेतु समुचित व्यवस्था करेंगे। आवश्यकतानुसार अस्थायी बड़ा-छोटा नाला का निर्माण कराया जाय। पुलियों की अच्छे तरीके से साफ-सफाई करायी जाय। जरूरत पड़ने पर पंपसेट के माध्यम से भी जल निकासी की व्यवस्था की जाय। उन्होंने कहा कि आमजन को जल जमाव की समस्या से परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े, इस हेतु ठोस उपाय किया जाय। अगर कोई कठिनाई आ रही है तो उसको रेज करें, समाधान किया जायेगा। उन्होंने कहा कि जिला मुख्यालय में अवस्थित प्रथम वर्गीय चिकित्सालय को जिला पशु चिकित्सालय में अपग्रेड किया जायेगा। इस हेतु जिला पशुपालन अग्रतर कार्रवाई करना सुनिश्चित करेंगे ताकि पशुओं का समुचित ईलाज किया जा सके। इसके साथ ही माननीय उपमुख्यमंत्री द्वारा बारी-बारी से प्रत्येक बिन्दुओं पर चर्चा की गयी और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया।

समीक्षा के क्रम में बताया गया कि आंतरिक संसाधन अंतर्गत राजस्व संग्रहण हेतु जिला राजस्व, जिला परिवहन, खनन विभाग, वाणिज्यकर (बेतिया एवं बगहा), निबंधन कार्यालय (बेतिया, शिकारपुर एवं बगहा), विद्युत, तिरहुत नहर (प्रमंडल 01 एवं 02), वन प्रमंडल (01 एवं 02) माप-तौल, जिला मत्स्य, राष्ट्रीय बचत, जिला सहकारिता, जिला कृषि, औषधि नियंत्रक, दोन नहर प्रमंडल, रामनगर विभाग शत-प्रतिशत राजस्व संग्रहण के लक्ष्य की प्राप्ति के लिए कार्य कर रहे हैं। जिला राजस्व द्वारा ऑनलाइन लगान और सैरात अंतर्गत वर्ष 2021-22 में 269 लाख रूपये कर वसूली किया गया है। वर्ष 2022-23 में अबतक 43.75 लाख रूपये कर वसूली कर ली गयी है। जिला परिवहन विभाग द्वारा वर्ष 2021-22 में 4720.00 लाख रूपये राजस्व संग्रहण किया गया है और वर्ष 2022-23 में अबतक 41.63 लाख राजस्व संग्रहण किया गया है। जिला खनन विभाग द्वारा वर्ष 2021-22 में निर्धारित लक्ष्य का शत-प्रतिशत से अधिक प्राप्ति करते हुए 3695.89 लाख रूपये का राजस्व संग्रह किया गया है वहीं 2022-23 में अबतक 37.32 लाख रूपये का राजस्व संग्रह किया गया है। इसी तरह वाणिज्यकर, बेतिया द्वारा 2021-22 में 12344.12 लाख रूपये, वर्ष 2022-23 में अबतक 1208.86 लाख रूपये तथा वाणिज्यकर, बगहा द्वारा वर्ष 2021-22 में 3455.07 लाख रूपये एवं वर्ष 2022-23 में अबतक 365.56 लाख रूपये राजस्व संग्रह किया गया है। वर्ष 2021-22 में जिला अवर निबंधक, बेतिया द्वारा 7532.21, अवर निबंधक, शिकारपुर द्वारा 3263.51 एवं अवर निबंधक, बगहा द्वारा 2256.83 लाख रूपये का राजस्व संग्रह किया गया है। विद्युत विभाग द्वारा वर्ष 2021-22 में 21614.59 लाख रूपये तथा वर्ष 2022-23 में 1769.00 लाख रूपये का राजस्व संग्रह किया गया है। 

मत्स्य विभाग की समीक्षा के दौरान बताया गया कि जिले में 760 सरकारी जलकरों की संख्या है। 2600 निजी तालाब, 17 कार्यरत/क्रियाशील मत्स्यजीवी सहयोग समिति लि0 तथा 13553 मत्स्यजीवी सहयोग समिति के सदस्यों की संख्या है। जिले का कुल मत्स्य खपत/मांग 25.20 हजार मिट्रिक टन है। जिले के सभ स्रोतो से कुल मत्स्य उत्पादन 19.38 हजार मिट्रिक है। मांग और उत्पादन के गैप को भरने की दिशा में तेजी के साथ कार्य किया जा रहा है। समीक्षा के क्रम में मत्स्य बीच हैंचरी, भ्रमण दर्शन-सह-प्रशिक्षण योजना, मुख्यमंत्री तालाब मात्स्यिकी विकास एवं जीर्णोंद्धार योजना, उन्नत मत्स्य बीज योजना, उन्नत इनपुट योजना, नया तालाब निर्माण योजना, मुख्यमंत्री समेकित चौर विकास योजना, प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना आदि के कार्य प्रगति की विस्तृत जानकारी दी गयी। कायाकल्प और शहरी परिवर्तन के लिए अटल मिशन अंतर्गत अमृत योजना के तहत नगर निगम, बेतिया में पार्क के लिए 01, जलापूर्ति के लिए 01 योजना स्वीकृत है। पार्क निर्माण कार्य हो चुका है। जलापूर्ति की योजना बुडको, बेतिया द्वारा किया जा रहा है, जिसमें 39 वार्डों में से 37 वार्डों में कार्य पूर्ण हो चुका है तथा 39 वार्डों के अंतर्गत 18503 हाउस कनेक्शन का कार्य पूर्ण करा लिया गया है। इसके साथ ही अन्य योजनाओं की विस्तृत समीक्षा उपमुख्यमंत्री, बिहार द्वारा की गयी।

समीक्षा के क्रम में सांसद, सुनिल कुमार, उपमुख्यमंत्री, रेणु देवी, विधायक, विनय बिहारी, विरेन्द्र प्रसाद गुप्ता, विधान पार्षद, भीष्म सहनी आदि द्वारा कई महत्वपूर्ण बिन्दुओं की तरफ उपमुख्यमंत्री, तारकिशोर प्रसाद का ध्यान आकृष्ट कराया गया। उपमुख्यमंत्री द्वारा जिला प्रशासन को अविलंब उक्त बिन्दुओं पर अग्रतर कार्रवाई करने हेतु निदेशित किया गया जिलाधिकारी, पश्चिम चम्पारण ने कहा कि विभिन्न विकासात्मक एवं कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में स्थानीय जनप्रतिनिगण का भरपूर सहयोग मिलता है। सभी के समन्वित प्रयास से विकास का कार्य किया जा रहा है। आज के सार्थक समीक्षात्मक बैठक में जो भी निदेश प्राप्त हुए हैं, उनका क्रियान्वयन शीघ्रातीशीघ्र कराया जायेगा। उप विकास आयुक्त, अनिल कुमार के द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ समीक्षात्मक बैठक समाप्त की गयी। उप विकास आयुक्त द्वारा जिले में किये जा रहे विकासात्मक कार्यों के संदर्भ में विस्तृत जानकारी प्रदान की गयी।

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