पीपी तटबन्ध पर हुए कटाव रोधी कार्य को ग्रामीणों ने किया उच्च स्तरीय टीम से जांच कराने की मांग

करोड़ो रूपये से कराए गए कार्य मे घोर अनियमितता की शिकायत

बगहा - भितहा । बगहा अनुमंडल अंतर्गत गंडक पार के भितहा प्रखंड के भितहा के पिपरा- पिपरा पीपी तटबंध के रिटायर बांध एवं चंद्रपुर के समीप हो रहे एंटीरोजन कार्य में संवेदक‌ द्वारा घोर अनयमितत किया गया है। कटाव रोधी कार्य में भरे गए बोरी का वजन भी कम है। लेकिन संवेदक और‌ स्थानीय ‌ सिंचाई विभाग के मिलीभगत से यह कार्य तेजी से निपटया जा रहा है। 

जेइ‌ धर्मेंद्र कुमार ‌ एवम‌ संवेदक इस कार्य में बढ़िया होने का दावा ठोक रहे हैं लेकिन स्थानीय ग्रामीण ने इस कार्य को उच्चस्तरीय टीम से जांच कराने की मांग कर रहे हैं अनुमंडल पदाधिकारी सहित जिला पदाधिकारी महोदय का ध्यान इस पर आकृष्ट करवाया है। 

ग्रामीण अर्जुन प्रसाद, राजकुमार यादव राजद के प्रखंड अध्यक्ष श्री नारायण यादव जिला पार्षद‌ प्रतिनिधि सुशील शर्मा विशाल यादव मनीष गुप्ता, हरेंद्र प्रसाद सहित सैकड़ों ग्रामीण ने इस कार्य पर घोर अनयमितत होने का‌ आरोप लगाया है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर इसकी जांच उच्च स्तरीय टीम करे तो इस हकीकत का पता चल जाएगा क्योंकि इसी तरह पिछले वर्ष बरसात से पूर्व कार्य हुआ था । जहां बरसात होते ही एंटीरोजन कार्य की गुणवत्ता की पोल खुलती गयी। 

बरसात शुरू होते ही एक‌ एक ‌स्पर गंडक नदी में विलीन हो‌ने‌ का सिलसिला जारी हो गया था। लेकिन पिछले वर्ष नदी से पीपी‌ तटबंध की दूरी 10 मीटर की थी इस वर्ष गंडक नदी व‌ पीपी तटबंध ‌से बहुत नजदीक बह रही है। जिसको लेकर तटबन्ध के समीप के गांवों के लोग बाढ़के‌ आहट से दहशत में है। जबकि जून माह से नदी अपने शबाब पर होने लगती है। उस समय सिचाई विभाग के इंजीनियर अपने पल्ला झाड़ ने लगते हैं। और जब नदी बांध पर विशेष दबाव बनाने लगती है तो वह गंडक के‌ समिप‌ बनें ऑफिस छोड़कर यूपी के पडरौना‌ आफिस में भाग जाते हैं। जहा ग्रामीणों को बाढ़ व‌ नदी का‌ कहर‌ झेलने‌ पर‌ विवस होना पड़ता हैं। ग्रामीणों ने बताया कि सन 2017 में 15 अगस्त को जब चंद्रपुर के समीप तटबन्ध टूटा तो अभियंता मौके से फरार हो गए। जहां दर्जनों गांवों के लोगो को बाढ़ कहर झेलना पड़ा था। 

इधर अभियंता धर्मेंद्र कुमार का कहना है कि सभी कार्य गुणवत्ता पूर्वक कराया गया है। बरसात से पहले ही पीपी तटबन्ध को सुरक्षित किया जा चुका है। वही एसडीओ कामेश्वर दास‌ ने बताया कि मेरे‌ द्वारा कार्य को ‌ हमेशा निरक्षण समय‌‌ समय ‌ पर‌ किया गया है।और‌ जहां कमिया देखा‌ गया वहा‌ सुधार भी‌ कराया गया है।

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