माले विधायकों का मार्शल आउट के खिलाफ विधानसभा अध्यक्ष का पुतला दहन

क्रिमनलाइजेशन, करप्शन व कम्युनलिज्म पर बहस से भाग रही सरकार-माले

बेतिया, 3 अप्रैल 2022


भाकपा-माले विधायक दल ने जब बिहार विधानसभा में राज्य में गिरती कानून-व्यवस्था, माॅब लिंचिंग, भाजपा-आरएसएस द्वारा सांप्रदायिक उन्माद भड़काने, दलितों-अतिपिछड़ों पर बर्बर सामंती हमले, अल्पसंख्यकों के खिलाफ घृणा प्रचार आदि विषय पर विधानसभा के अंदर कार्यस्थगन प्रस्ताव दिया गया था, लेकिन भाजपाई विधानसभा अध्यक्ष ने उलटे विधायकों को अपमानित किया. विधायकों को जबरदस्ती उठाकर बाहर भेजवा दिया, इस मार्शल आउट के खिलाफ भाकपा माले ने आज बेतिया समाहरणालय गेट पर विधानसभा अध्यक्ष और मुख्यमंत्री का पुतला दहन किया! भाजपा-आरएसएस के एजेंडे पर काम करना बंद करो, भाजपा व आरएसएस केे नफरत भरे अभियान को मुहंतोड़ जबाब दो, लोकतंत्र का हत्यारा भाजपाई विधानसभा अध्यक्ष मुर्दाबाद, 

जनहित के सवाल पर लाया गया कार्यस्थगन प्रस्ताव मंजूर क्यों नहीं नीतीश सरकार जबाब दो

मार्शल आउट क्यों नीतीश सरकार जवाब दो आदि नारा लगाया अंत में सभा को संबोधित करते हुए भाकपा माले नेता रविन्द्र कुमार रवि ने कहा कि एक बार फिर बिहार विधानसभा के अंदर लोकतंत्र शर्मसार हुआ है. बिहार विधानसभा अध्यक्ष को राज्य में गिरती कानून-व्यवस्था के सवाल पर गंभीरता दिखलानी चाहिए थी लेकिन उन्होंने तानाशाही का रवैया अपनाया. उनका इस तरह का आचरण बारबार देखा जा रहा है. वे भाजपा-आरएसएस के एजेंडे पर काम कर रहे हैं. जो यह लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं है.

इंकलाबी नौजवान सभा इनौस जिला अध्यक्ष फरहान राजा ने कहा कि विगत दस दिनों में राज्य में हत्या की कई घटनाएं हुई हैं. खुद मुख्यमंत्री पर हमला हुआ. दानापुर में जदयू नेता दीपक मेहता की हत्या कर दी गई. पटना सिटी में एक व्यापारी की हत्या हुई. 1857 के नायक बाबू कुंवर सिंह के प्रपौत्र की दिनदहाड़े भोजपुर में हत्या कर दी गई. लूट की घटनाओं में भी तेजी से बढ़ोतरी हुई है. सबसे हालिया प्रकरण में मधेपुरा में रेप की कोशिश का विरोध कर रही एक दलित महिला को खाप पंचायत के आदेश पर लाठियों से पीटा गया व सरेआम निर्वस्त्र किया गया. विगत 20 मार्च को रोहतास जिला के सूरजपुरा प्रखंड के अगरेरपुर गांव में छोटी सी घटना में सामंती अपराधियों ने राजदेव पासवान की गोली मारकर हत्या कर दी और कई लोगों को घायल कर दिया. बल्थर थाना में पुलिस कस्टडी में अनिरुद्ध यादव की निर्ममता से हत्या कर दिया गया, इसके पहले नालंदा, बेगूसराय आदि तमाम जिलों में दलित-गरीबों की हत्यायें हुई हैं. 

इनौस राष्ट्रीय परिषद सदस्य सुरेन्द्र चौधरी ने कहा कि क्रिमनलाइजेशन, करप्शन व कम्युनलिज्म पर नीतीश सरकार जीरो टाॅलरेंस का दावा करती थी, लेकिन आज पूरा बिहार पुलिस-अपराधियों के चंगुल में है. फासीवादी भाजपा व आरएसएस केे नफरत भरे अभियान से इस तरह की घटनाओं को और बल मिला है. 

भाकपा माले नेता योगेन्द्र यादव ने कहा कि अभी हाल में भाजपा सांसद गिरिराज सिंह ने बेगूसराय में सांप्रदायिक तनाव फैलाने वाला बयान दिया. हर पर्व-त्योहार को कलंकित करने व उसे हिंसा की आग में झोक देने का प्रयास हो रहा है और मुख्यमंत्री बैठकर तमाशा देख रहे हैं. इसे बिहार की जनता स्वीकार नहीं करेगी. माले नेता धर्म कुशवाहा, रामएकबाल यादव, भरत ठाकुर, प्रकाश माझी, अफाक हुसैन, अजय माझी आदि नेताओं ने कहा कि हमारी पार्टी सदन से लेकर सड़क तक संघर्ष जारी रखेंगे.

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