भैरोगंज | रविवार का दिन भर मौसम वैसे तो साफ था । लेकिन रात के करीब 9 बजे अचानक हवा कि गति तीव्र हो गई और आंधी -तूफान का शक्ल अख्तियार कर गया । धूल-मिट्टी के गुब्बारों के साथ तीव्र हवा के रुख से लोग अभी उबरने की चेष्टा कर ही रहे थे । तभी आसमान से ओलों की वृष्टि होने लगी । छोटे-बड़े आकार के ओलो की वृष्टि से तमाम तरह के नुकसान जाहिर किये जा रहे है । प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो इस वृष्टि में अधिकतम करीब सौ ग्राम तक के ओलो के टुकड़े गिरे हैं । लोगों की मानें तो सबसे बड़ी गनीमत यह रही कि लंबे समय तक ओलों की वृष्टि नहीं हुई ।
वर्ना नुकसान की तस्वीर कहीं व्यपाक होती । अलबत्ता अल्प समय के लिए हुई इस वृष्टि से काफी नुकसान हुआ है । आम के मंजरों-टिकोलो से लेकर सब्जियों और रवि फसलों का नुकसान बताया जा रहा है । बगहा प्रखंड एक के बांसगांव निवासी किसान धनञ्जय साह, रामचंद्र साह की मानें तो उनके आम के बगीचे में नुकसान हुआ है । हरेन्द्र साह, नथुनी साह, बबुलन त्रिपाठी वगैरह किसानों का कहना है कि रवि फसल भी बर्बाद हुए हैं ।
किसानों का कहना है कि बढ़ते बीज-खाद और डीजल के मूल्यों से किसानों पर अत्यधिक बोझ है। ऊपर से प्राकृतिक आपदाओं से भी किसान खासे त्रस्त हैं। सही मायनों में किसानों की सुधि लेने वाला कोई नहीं है। उल्लेखनीय है रविवार को चैत्र नवरात्रि के रामनवमी के अवसर पर भैरोगंज थानाक्षेत्र के खरहट ग्राम स्थित काली माँ देवी स्थान पर मेले का आयोजन चल रहा था । यहाँ काफी संख्या में आसपास के लोग, खेल-तमाशे वाले व तमाम दुकानदारों के साथ मौजूद थे।
ओलावृष्टि से इस मेले में खलल पड़ गई । यहाँ मौजूद सुरक्षाकर्मियों समेत मेला समिति के सदस्यों व अन्य तमाम लोग काफी ओला वृष्टि से बुरी तरह प्रभावित बताए गए हैं ।
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