मृत परिवार को मुआवजा और इस घटना में जेल गए 40 मजदूरों को रिहाई को लेकर माले विधायक ने लिखा मुख्यमंत्री को पत्र

प्रवासी मजदूर सुरक्षा के लिए राज्य व केंद्र सरकार बनाएं कानून

तमिलनाडु के इरोड मोडाकुरूची में ऑयल मील में कमोद राम का हुआ था मौत, विरोध करने पर 40 मजदूरों को डाल दिया गया है जेल, यही है मोदी सरकार का कम्पनी राज : माले

बेतिया | भाकपा माले केंद्रीय कमेटी सदस्य सह सिकटा विधायक वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखकर तमिलनाडु के इरोड मोडाकुरूची में ऑयल मिल दुर्घटना में मृत कमोद राम के परिवार को तत्काल चार लाख मुआवजा देने और दुर्घटना का विरोध करने पर जेल बंद 40 मजदूरों को तमिलनाडु सरकार से पहल कर रिहाई करने की मांग किया है, माले विधायक वीरेन्द्र प्रसाद गुप्ता ने अपने पत्र में लिखा है कि विगत 6 अप्रैल को तमिलनाडु के इरोड मोडाकुरूची के ऑयल मील दुर्घटना में मृतक मजदूर कमोद राम जो रामपुरवा पकड़ीदयाल पूर्वी चंपारण के निवासी थे जो एसकेएम फील्ड एंड फूड कंपनी में कार्यरत थे, कंपनी में ट्रक से ठोकर लगने की वजह से उनकी मौत हो गई।

मृतक की लाश को मील प्रबंधक द्वारा छुपाने की कोशिश किया गया जिसके खिलाफ मजदूरों ने प्रदर्शन किया, प्रदर्शनकारी पर मजदूरों पर बर्बरता के साथ लाठीचार्ज किया गया और सैकड़ों मजदूरों के नाम नामजद एफआईआर कर तमिलनाडु पुलिस ने कंपनी से मिलकर 40 मजदूरों को जेल भेज दिया है, मृतक के पत्नी को अभी तक किसी सरकार द्वारा कोई मुआवजा या सहयोग राशि नहीं दी गई है, मृतक के तीन लड़की और एक लड़का है, मृतक की पत्नी तमिलनाडु में ही है, गांव पर वृद्ध माता-पिता रहते हैं, जिनसे माले विधायक मिलकर उन्हें सांत्वना देते हुए सरकार से सहयोग दिलाने का भरोसा दिलाया है, वही उक्त कांड में बिहार के रक्सौल प्रखंड के सिरसिया गांव के जेल में बंद मजदूर संतोष साह और धर्मेंद्र साह के परिजनों से भी मुलाकात की परिवार के लोगों ने कहा की जेल में बंद मजदूरों की रिहाई के मामले में बिहार सरकार द्वारा कोई सुधि नहीं ली गई है, 

विधायक ने मुख्यमंत्री से निवेदन करते हुए कहा है कि मृतक के परिवार को बिहार सरकार की तरफ से चार लाख मुआवजा दिया जाए तथा जेल में बंद चंपारण सहित बिहार के अन्य जगहों के 40 गिरफ्तार मजदूरों की रिहाई के लिए तमिलनाडु सरकार से बात कर रिहाई कराने व मुकदमा वापस कराने की पहल सरकार करें, माले विधायक ने कहा कि बिहार की तरह दुर्घटना में मारे गए प्रवासी मजदूरों को भी बिहार सरकार 4 लाख रुपए मुआवजा देने का प्रवधान करें और एसकेएम एंड फूड कंपनी इरोड मोडाकुरूची तमिलनाडु में दुर्घटना के शिकार कमोद राम को बिहार सरकार 4 हजार रुपए तत्काल मुआवजा दे

प्रवासिय मजदूरों की सहायता के लिए देश के हर जिला मुख्यालय में प्रवासी मजदूर सहायता कार्यालय स्थापित हो, प्रवासी मजदूर सुरक्षा के लिए राज्य व केंद्र सरकार कानून बनाएं.

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