बलथर कांड में सभी सलिंप्त पर हो करवाई, मृतक के परिजनों को मिले मुआवजा : आइसा

बेतिया | पश्चिम चम्पारण जिले के सिकटा विधानसभा क्षेत्र के बलथर थाने पुलिसिया पिटाई से आर्यनगर के अनिरुद्ध यादव की हुई हत्याकांड पर ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एशोसिएशन (आइसा) बेतिया ने बिहार सरकार एवं पुलिस प्रशासन पर जमकर निशाना साधा है।

आइसा के जिलाध्यक्ष अभिमन्यु राव ने कहा कि बिहार सरकार एवं प्रशासन द्वारा पर्व त्योहारों के अवसर पर तरह तरह के तुगलकी फरमान जारी कर कर दिया जाता है। इसी फरमान के वजह से अनिरुद्ध की हत्या हुई है। अनिरुद्ध होली के जश्न के लिए डीजे बजाने के लिए तैयारी कर रहा था तभी स्थानीय चौकीदार के कहने पर बीडीओ, सीओ, थाना जन बल के साथ आये एवं उसको पकड़ के थाने ले गए। अनिरुद्ध एवं स्थानीय चैकीदार के घर से पूर्व में विवाद था उसी विवाद को लेकर चैकीदार के इशारे पर सिपाहियों एवं थाना के दलालों द्वारा अनिरुद्ध को अधमरा कर दिया गया। जब इसकी सूचना गाव वालो को मिली तब पुलिस मधुमक्खी काटने का बहाना बनाकर उसे अस्पताल ले गया लेकिन उसका मौत पुलिसिया पिटाई से ही हुआ है।

मौत से गुस्साए ग्रामीणों ने शव के सड़क पर रख विरोध प्रदर्शन और थाने में हल्ला करने लगे, जिससे थाना के द्वारा ही कर्मचारियों द्वारा थाने में रखी गाड़ियो को आग के हवाले कर दिया गया था। और आलाकमान से मिले आदेश पर गाँव वालों एवं परिजनों पर पुलिसकर्मियों द्वारा की गई बर्बरता बहुत ही निंदनीय है। साथ ही स्थानीय विधायक जनता को समझाने बुझाने गए थे तो पुलिस उनपर भी लाठियां बरसाई। एक सदन के सदस्य पर ऐसी पुलिसिया बर्बता बहुत ही निंदनीय है।

गांव में भय का माहौल है, पुलिस दर्जनों ग्रामीणों को हिरासत में ली है जिससे सभी लोग घर छोड़के भाग गए हैं पुलिस लोगो को डरा धमका रही है। जिला प्रसासन को चाहिये की मृतक के परिजनों को आर्थिक मदद करते हुए एवं एक सदस्य को सरकारी नौकरी देते हुए स्थानीय बुद्धिजीवी वर्गों एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करके आपसी सौहार्द कायम करके लोगो को जीवनयापन चालू कराया जाए।

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