पेट्रोल डीजल के दाम बढ़ने शुरु
बेतिया। भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) की बिहार राज्य सचिव मंडल सदस्य प्रभुराज नारायण राव ने कहा कि पांच राज्यों में हो रहे विधान सभा चुनाव को जितने के लिए पेट्रोल और डीजल के दामों में वृद्धि को रोक दिया गया था । जो चुनाव खत्म होते हीं बेतहाशा वृद्धि शुरु हो गया । क्या यह जनता को बेवकूफ बनाना नहीं हुआ ? क्या इसे चुनाव जीतने का खेल नहीं कहा जाय ? जब मोदी सरकार द्वारा डीजल और पेट्रोल का दाम रोज बढ़ाया जाने लगा था । तो जनता को यह बतलाया गया था कि यह अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर बढ़ रहे दाम के हिसाब से रोज बढ़ रहा है । इसमें भारत सरकार या पेट्रोलियम विभाग कुछ नहीं कर सकती । ऊपर से जी एस टी सहित कई टैक्स जनता पर लादते रहे और देश को बताते गए कि हम कुछ नहीं कर सकते । का. राव ने कहा कि पेट्रोल डीजल के दाम सौ के पार होने के साथ साथ गैस के दाम भी एक हजार पचास रुपये के पार हो गए । आज ही डीजल और पेट्रोल के दाम में 86 पैसे की वृद्धि हुई है । इसके चलते ट्रांसपोर्ट के भाड़े बढ़ गए । लाजमी है कि भाड़े बढ़ने से सभी चीजों के दाम बढ़ गए। जनता कराहती रही और बेतुके तर्क दिया जाता रहा । मोदी सरकार देश की जनता को महज मतदाता मात्र समझती है । वह गद्दी छोड़ना नहीं चाहती । इसलिए चुनाव जीतना चाहती है । याद है लोक सभा के सीढ़ियों को उनका प्रणाम करना । वो भी नतमस्तक होकर । यह उनके अंदर के सत्ता के भूख को ही दर्शाता है । का. राव ने कहा कि कमरतोड़ महंगाई से मुक्ति पाने के लिए कारपीरेट जगत की चहेती मोदी सरकार के विरुद्ध सक्रिय तथा व्यापक आंदोलन खड़ा करने की जरुरत है ।
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