बेतिया | बिहार राज्य विधालय रसोईया संघ एटक पं चम्पारण की बैठक बेतिया बलिराम भवन में सम्पन्न हुई, बैठक में बजट में रसोईया के लिए कोई प्रावधान नहीं होने पर खेद प्रकट किया गया, विधालय संचालित होने पर भी तैयार भोजन के बदले सुखा राशन एवं नगद पैसा देने को सरकार का साजिश बताया गया, जबकि सुप्रीम कोर्ट के गाइड लाइन के हिसाब से तैयार भोजन बच्चों को देना है, पंचायत चुनाव में नये जीते प्रतिनिधियों द्वारा पूर्व से कार्यरत रसोईया को हटाने की धमकी दी जा रही है.
संघ की बैठक में निर्णय लिया गया कि जिला के किसी भी रसोईया को नव निर्वाचित प्रतिनिधि हटाने की कोशिश करेगें तो वैसे प्रतिनिधियों के खिलाफ आंदोलन किया जायेगा, पं चम्पारण के कई प्रखण्डो दो दो बर्षो से रसोईया से काम लिया जा रहा है लेकिन उनके मानदेय का भुगतान नही हो रहा है, स्कूल खुलते ही यदि विधालयों में खाना बना कर नहीं खिलाया जाता तो संघ आंदोलन का रास्ता अख्तियार करेगा.
जिला में कई विधालयों में रसोईया का स्थान रिक्त है, उस स्थान पर बहाली करने की मांग की गई, क्वरेन्टाइन सेन्टर पर काम करने वाली रसोईया को अभी तक भुगतान नही होने पर खेद व्यक्त करते हुए अविलंब भुगतान करने की मांग की गई, 23,24 फरवरी के हड़ताल को केन्द्रीय ट्रेड यूनियन के फैसले के आलोक 28,29 मार्च को करने का निर्णय लिया गया.
हड़ताल को सफल बनाने पर फैसला लिया गया, मौके पर एटक नेता ओम प्रकाश क्रांति, किसान नेता राधामोहन यादव, आशा संघ के नेता दुखी राय, रसोईया संघ के वीणा देवी, अनिता देवी, रिंकू देवी, जिला अध्यक्ष लालबाबु राम, आदि ने संबोधित किया सभी वक्ताओं ने इस महंगाई में मात्र 1650 रूपये पर काम करने को शोषण बताते हुए 21 हजार देने की मांग किया गया, एन जी ओ के जिम्मे मध्याह्न भोजन को सौपने की साजिश का पूरजोर विरोध करने का भी निर्णय लिया गया.
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