बेतिया | ठंड के मौसम में तापमान का गिरना, कोहरा-कुहासा छाना और तेज ठंडी हवा का प्रकोप स्वाभाविक प्राकृतिक प्रक्रिया है। लेकिन यह गरीब, मजदूर, असहाय व कमजोर वर्ग के लोगों के लिए प्राकृतिक आपदा जैसी स्थिति होती है। उक्त बातें जिला रेड क्रॉस द्वारा रेड क्रॉस भवन से सटे कविवर नेपाली पथ के किनारे बुधवार की सुबह आमजनों के लिए ठंड से बचाव हेतु अलाव जलाते हुए सचिव डॉ. जगमोहन कुमार व प्रबंध समिति सदस्य सैयद शकील अहमद ने कही।
डॉ. कुमार ने यह भी कहा कि कोरोना की तीसरी लहर के मामले में भले ही गिरावट आई है लेकिन हमारी सावधानी और कोविड से बचाव हेतु अनुकूल व्यवहार में कमी नहीं आनी चाहिए। रेड क्रॉस ने सभी स्वयंसेवी संगठनों व सक्षम व्यक्तियों से इस शीतलहर जैसी परिस्थिति में मानवता के सेवार्थ आगे आने की अपील की है। मौके पर रेड क्रॉस यूथ क्लब के सक्रिय स्वयंसेवक इमरान कुरैशी, कर्मी महेन्द्र चौधरी सहित अलाव तापने वाले लोग उपस्थित थे।
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