बिहार में जब पूर्ण शराब बंदी कानून लागू है तब मुख्य पथ पर शराब पीकर गाड़ी नही चलाये का बोर्ड क्यू लगाया गया है।
राज्य सरकारे क्या संदेश देना चाह रही है। इससे साबित होता है कि बिहार में शराब बंदी कानून की कही न कही अनदेखी की जा रही है।तब न इस बोर्ड की जरूरत गाड़ी चलाने वालों के लिये जारी की गई है। ऐसी कानून की धज्जी उड़ाते हुए बिहार के कई जिलों में जहरीली शराब पीने के कारण दर्जनो लोगो की मौत हो गई। अब होम डिलभरी सुबिधा पीनेवालों के लिये मिल रही है। आये दिन विभिन्न थाना छेत्रो में सघन तलाशी अभियान चला कर अर्ध निर्मित शराब को नष्ट किया जा रहा है।उसके साथ ही देशी और विदेशी शराब की खेप पुलिस के द्वारा पकड़ी जा रही है।इससे साफ जाहिर होता है कि राज्य में पूर्ण ज़हराब बंदी कानून की धज्जियां उड़ाई जा रही है। यही कारण है कि मुख्य पथ पर शराब पी कर गाड़ी न चलाये का बोर्ड लगाना पड रहा है।
नरकटियागंज स्थित 44 वी एसएसबी कैम्प के पास मुख्य सड़क पर हरे रंग का बोर्ड लगा है। जिसपर साफ साफ शराब पीकर गाड़ी न चलाये का बोर्ड लगा हुआ है। कुछ ट्रक और बस चालको से जब पूछा गया कि क्या आप लोग या अन्य कोई शराब पी कर गाड़ी चलाते हैं। उन्होंने कहा कि जब बिहार में पूर्ण शराब बंदी कानून लागू है तो फिर शराब कहा मिलेगा। ये बोर्ड ही खुद शराब बन्दी कानून की कहानी बयां कर रहा है।
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