जहां रहेगा वहीं रौशनी लुटाएगा .....

जहां रहेगा वहीं रौशनी लुटाएगा 
किसी चिराग का अपना मकान नहीं होता
आदर्श विपिन मध्य विद्यालय परिसर में प्राचार्य, निकासी एवं वयन पदाधिकारी श्रीमती पूनम कुमारी यादव द्वारा सेवानिवृत्त प्रभारी  प्रधानाध्यापक श्री शकील अहमद के सेवानिवृत्ति के अवसर पर विदाई समारोह आयोजित किया गया जिसमें सभी प्रधानाध्यापक उपस्थित रहे सबसे पहले मंच की अध्यक्षता के लिए इजहार हुसैन का नाम पेश करके उन्हें अध्यक्ष की कुर्सी पर लाया गया, शकील अहमद, राष्ट्रपति पुरस्कार सम्मानित श्री रामेश्वर गिरी, पदस्थापित हुए , शशि कुमार , एवं प्रधान अध्यापिका श्रीमती पूनम कुमारी यादव मंचासीन हुई,सभा अध्यक्ष से आदेश प्राप्त कर अनिल कुमार श्रीवास्तव द्वारा इस समारोह का संचालन शुरू किया गया सबसे पहले शमश जावेद अहमद द्वारा पूनम कुमारी की ओर से प्रस्तुत श्रद्धा सुमनानजलि को पढ़कर जावेद अहमद ने पूनम कुमारी की ओर से प्रशस्ति पत्र सुनाया, गौसुल आजम, मनु कुमार ,मुनेश्वर तिवारी, विवेकानंद, मंजू सिंह ,रामा शंकर गिरी ,रत्नाकर राय, समेत सभी प्रधानाध्यापक में अपनी यादों के हवाले से इजहार ए ख्याल किया मंजू सिंह ने गुरु को राष्ट्र निर्माता बताते हुए कहा कि, जहां रहेगा वहीं रोशनी लुटाए गा ,  किसी चिराग का अपना मकान नहीं होता.
 सभी प्रधानाध्यापक गण सेवानिवृत्त शिक्षक की कार्य शैलियों का गुणगान काफी दर्द भरे लहजे में करते रहे हर शख्स की आंखें नमक हो गई हर दिल गमजदा हो गया, जुदाई का मंजर लफ्जों में बयां नहीं कर सकता काफी दिनों तक साथ रहने वाला एक कर्मठ टीचर हम सब के दरमियान से अपने कार्य को  छोड़ रहा है ,लेकिन ताउम्र हम सबके साथ रहेंगे ईश्वर से उनकी दीर्घायु स्वस्थ रहने की कामना करते हैं इन्हीं दुआओं के साथ अंतिम वक्तव्य अध्यक्ष के पहले श्री शकील ने शिक्षकों को संबोधन में कहा कि एक नौकरी से हम भले ही अलग हैं लेकिन हर लम्हा आप सबके आजीवन साथ रहेंगे, हम इसका वादा करते हैं जिसका निबाह जरूर करेंगे ,अध्यक्षीय भाषण में श्रीइजहार हुसैन ने काफी दर्दनाक लेहजे में गुणगान करते हुए नम आंखों सेसभा के अंत होने का एलान किया ,शिक्षक स्कूल से  भले ही अलग हो जाता है, लेकिन वह समाज को ही नहीं राष्ट्र को ता उम्र सजाता संवारता रहता है, इसीलिए तो शिक्षक को राष्ट्र निर्माता कहा जाता है

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