Budget 2022 |
आमजन इनकम टैक्स स्लैब में छूट बढ़ाने की मांग बड़े लंबे समय से कर रहे थे लेकिन कोई राहत प्रदान नहीं की गई। तीन कृषि कानून रद्द होने के बाद किकेंद्र सरकार का आज पेश आम बजट पूरी तरह से निराशाजनक : आइसासान एमएसपी पर ग्यारंटी की माँग कर रहे थे लेकिन एमएसपी की गारंटी पर इस बजट में कोई बात नहीं , वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने के जो झूठे सपने दिखाये गये थे, उस पर भी आज कोई बात नहीं।
वही जिला उपाध्यक्ष सोनू कुमार चौबे ने कहा कि 7 वर्ष पूर्व दो करोड़ रोजगार प्रतिवर्ष देने का सपना दिखाने वाले अभी भी 60 लाख नई नौकरियों सृजित करने के झूठे सपने दिखा रहे है। जब यह सच्चाई सामने आ चुकी है कि महंगाई के बढ़ने में ईंधन की बढ़ती कीमतें प्रमुख कारण है तो क्या कारण है कि उसके बाद भी पेट्रोल-डीजल पर लगने वाले करो में कोई राहत नहीं।
महंगाई से राहत के लिये बजट में कुछ नही…स्कूलों के भवन नही, स्कूलो में बिजली नहीं, शिक्षक नही, पानी नही और अब स्कूलों में हर क्लास में टीवी लगाने के झूठे सपने दिखाए जा रहे हैं। रेल यात्री किराए और माल भाड़े में भारी भरकम बढ़ोतरी के बाद अब नई ट्रेनों के सपने दिखाए जा रहे हैं।
किसानों, युवाओं, महिलाओं, नौकरी पेशा वर्ग, मध्यम वर्ग किसी के लिए इस बजट में कुछ नहीं है। यह बजट किसान विरोधी, युवा विरोधी, आमजन विरोधी है। जो थोड़ी बहुत घोषणाए बजट में की गई है, वह भी आगामी पांच राज्यों के चुनावो को देखते हुए ही की गयी है। 7 वर्ष बाद बाद भी अगले 25 वर्ष के झूठे सपने दिखाए जा रहे हैं। जनता को आज पेश आमबजट से बेहद निराशा हुई है और यह बजट जनता के साथ छलावा साबित हुआ है।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें