इनरवा बाजार में ईदगाह की जमीन को प्रशासन द्वारा तोड़े जाने के खिलाफ पुर्ननिर्माण को लेकर 10 फरवरी को माले का इंसाफ़ मार्च
इनरवा बाजार में अतिक्रमण के नाम पर ईदगाह और आवासीय घर को तोड़ने के खिलाफ भाकपा माले 10 फरवरी को बेतिया में इंसाफ़ मार्च करेगा उक्त जनकारी भाकपा माले जिला कमिटी सदस्य सुनील राव और इंकलाबी नौजवान सभा जिला अध्यक्ष फरहान राजा ने संयुक्त रूप से विज्ञप्ति जारी कर दिया, उक्त नेताओं ने कहा कि स्थानीय प्रशासन द्वारा इंडो नेपाल बॉर्डर रोड के लिए इनरवा बाजार में ईदगाह और आवासीय घर को तोड़े जाने की घटना से डीएम से लेकर मुख्यमंत्री तक को पत्रकार से अवगत कराया गया है, मगर प्रशासन और सरकार का रूख इंसाफ़ करने के पक्ष में नहीं है, इसलिए आज लोगों को न्याय के लिए बेतिया में इंसाफ़ मार्च करने के लिए मजबूर होना पड़ा है,आगे नेताओं ने कहा कि भू- अर्जन विभाग द्वारा ईदगाह कि जमीन में से मात्र 7 डिसमिल जमीन ही अधिग्रहण करने के लिए 5 नवम्बर 2019 को पत्र जारी किया है,जिसमें सड़क निर्माण 60 फीट चौड़ा हीं करना है, मगर ईदगाह के पास 100 फीट चौड़ी सड़क बनाने का प्रशासन द्वारा फरमान जारी किया गया, इतना ही नहीं अतिक्रमण के नाम पर ईदगाह और आवासीय घर को तोड़ते समय 128 फीट तक को तोड़फोड़ किया गया है, जो सरासर गलत और अन्याय हैं.
आगे नेताओं ने सुप्रीम कोर्ट के निर्देश का हवाला देते हुए कहा कि बिना वैकल्पिक व्यवस्था किए बिल्कुल ही आवासीय भूमि पर से गरीबों को नहीं हटाना चाहिए, जबकि नियाज अहमद, अखतर मियां, तोफिल अहमद, नसीम अहमद, बेचू मियां, रिजवान आलम का घर तोड़ दिया गया है, जो खुले आसमान के नीचे या रिश्तेदार के यहां डेरा डाले हुए हैं, उल्टे विरोध करने वाले लोगों पर मुकदमा कर दिया गया है, इंसाफ़ मार्च में लोगों से भाग लेने के लिए अपील भी किया/
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