बेतिया। खाद की कालाबाजारी व भंडारण पर जांच की जिला स्तर से जांच की व्यवस्था हो जाने से खाद व्यवसाय करने वालों के अंदर हड़कंप मच गई है अब जब टॉप 20 बड़े खरीदारों की जांच व्यवस्था हुई है तो उनके पसीने छूटने लगे हैं खाद की किल्लत का एक बड़ा कारण भंडारण दी है कुछेक किसानों को आदत लगी है कि वे आवश्यकता से अधिक खाद खरीद कर भंडारण कर लेते हैं वहीं कुछेक फुटकर दुकानदार भी किसानों के नाम पर खातिर खरीदारी कर भंडारण किए हुए हैं बीते 12 जनवरी को जिलाधिकारी कुंदन कुमार के निर्देश पर खुदरा उर्वरक विक्रेताओं पर जांच की गई जो नवंबर 21 और दिसंबर 21 महीने में पोस मशीन के माध्यम से बेचे जा रहे दुकानों की जांच की गई, इस जांच के क्रम में कृषि समन्वयक ओं को भी रखा गया था,ताकि वह भी इस जांच में अपनी भागीदारी निभा सके,साथ ही यह जांच प्रक्रिया क्रमश प्रत्येक माह में जारी रहेगा।
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