भारत नेपाल सीमा स्थित टाईगर रिजर्व में बाघिन की मौत से वनविभाग में मचा हड़कंप

बेतिया (बगहा)। बिहार के प चंपारण जिला के इकलौते वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में एक शावक बाघिन की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो जाने से वन विभाग मे हडकंप मच गया है। 

जानकारी के मुताबिक बाघों की गणना के दौरान कैमरा ट्रैप से की जा रही मॉनिटरिंग के साथ महज चार महीने में लगातार तीसरे बाघ की बालमीकि टाईगर रिजर्ब में मौत से वन विभाग में हड़कंप मच गया है। 

वाल्मीकि नगर वन क्षेत्र के कालेश्वर के पास भारत नेपाल सीमा पर मिला बाघ के शव । वन विभाग की टीमो की माने तो बाघों से आपसी संघर्ष में मौत की आशंका जताई जा रही है। गौरतलब हो कि जिस बाघिन की मौत हुई है, वह मात्र 8 महीने की शावक है। बाल्मीकिनगर टाईगर रिजर्व के क्षेत्र निदेशक हेमकांत राय ने 8 माह की बाघिन के शव मिलने की पुष्टि की है ।उन्होंने बताया कि जहां पर शावक बाघिन की मौत हुई है, वहां से कुछ ही दूरी पर बाघों को ट्रैक करने के लिए कैमरा लगाया गया है। जिसकी जानकारी प्राप्त करने पर एक बाघ और बाघिन को देखा गया है। जिसका पोस्टमार्टम कराया गया है रिपोर्ट के आने पर पता चल पाएगा। 

वन संरक्षक ने बताया कि बाघो की टीम में से किसी ने शावक बाघिन पर हमला बोल दिया होगा। जिसके गले और माथे पर गहरा जख्म का निशान है। उन्होंने आशंका जताई हैं कि यह आपसी संघर्ष में मौत हुई है। जो आठ महीने का बाघिन बताया गया है। बाल्मीकि टाईगर रिजर्ब के निदेशक सह मुख्य वन संरक्षक हेमकांत राय ने पूरी दलबल टीम के साथ मौके पर पहुंचे और बाघिन के शव को सुरक्षित पाए जाने की जानकारी देते हुए कहा कि दो दिन पहले इसके मौत की संभावना जताई जा रही है। 

मृत शरीर पर कोई भी जख्म या चोट का निशान फिलहाल नहीं दिख रहा है। सिर्फ गले व सिर पर दांत के निशान है। जिस बाघिन की उम्र क़रीब आठ माह के आसपास है। उसके अभी दूध के भी दांत नहीं टूटे हैं। उन्होंने बताया कि बाघिन के सभी पार्ट्स सुरक्षित है। आकड़ो के मुताबिक 2021 में हुई बाघों की मौत जो 31 जनवरी 2021 को बाल्मीकि टाईगर रिजर्ब के गोबर्धना वन रेंज के सिरिसिया वन क्षेत्र के पास बाघ का शव बरामद किया गया था। इसमें वर्चस्व की लड़ाई को लेकर एक बाघ ने दूसरे पर हमला कर जान से मार डाला था। तो ओहि 13 अक्टूबर 2021 को बाल्मीकि टाईगर रिजर्ब वन क्षेत्र के मांगुराहा रेंज में एक बाघ का शव मिला था। जिसका मौत दो बाघों के आपसी संघर्ष के कारण हुआ था। साथ ही 12 दिसंबर 2021 को एक बाघिन की मौत हुई थी। 

बाल्मीकि टाईगर रिजर्ब के चकरसन मानपुर के खेत में बाघिन का शव मिला था। बाघिन की उम्र करीब 10 साल के आसपास थी, जो दो बार गर्भवती भी हो चुकी थी इस तरह से आपसी संघर्ष व वर्चस्व की लड़ाई में अभी तक बाघो की संख्या में कमी आई है।

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