"विश्वासघात दिवस" पर बेतिया में किसानों ने मोदी का पुतला जलाया.


बेतिया | संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर 31 जनवरी को राष्ट्रव्यापी "विश्वासघात दिवस" पर बेतिया में मार्च निकाला गया । जो मीना बाजार, लाल बाजार, तीन लालटेन, बैंक रोड, जनता सिनेमा, नेपाली चौक, शहीद चौक होते हुए सोवा बाबू चौक पर प्रधानमंत्री मोदी का पुतला दहन किया गया । 

मोर्चे से जुड़े सभी किसान तथा मजदूर संगठन इसमें शामिल हुए। किसानों के साथ हुए धोखे का विरोध करने के लिए संयुक्त किसान मोर्चा ने 15 जनवरी को अपनी बैठक में यह फैसला किया था। केन्द्र सरकार का किसान विरोधी रुख इस बात से जाहिर हो जाता है कि 15 जनवरी के फैसले के बाद भी भारत सरकार ने 9 दिसंबर के अपने पत्र में किया कोई वादा पूरा नहीं किया है। आंदोलन के दौरान हुए केस को तत्काल वापस लेने और शहीद परिवारों को मुआवजा देने के वादे पर पिछले दो सप्ताह में कोई भी कार्रवाई नहीं हुई है। 

एमएसपी के मुद्दे पर सरकार ने कमेटी के गठन की कोई घोषणा नहीं की है। इसलिए संयुक्त किसान मोर्चा ने देशभर में किसानों से आह्वान किया है कि वह "विश्वासघात दिवस" के माध्यम से मोदी सरकार तक अपना रोष पहुंचाए। संयुक्त किसान मोर्चा ने यह स्पष्ट किया है कि किसान विरोधी सत्ता को सबक सिखाया जाएगा। इसके तहत अजय मिश्र टेनी को बर्खास्त और गिरफ्तार ना करने, केंद्र सरकार द्वारा किसानों से विश्वासघात करने के खिलाफ आंदोलन जारी रखेगा ।

बेतिया में आज के कार्यक्रम में बिहार राज्य किसान सभा के संयुक्त सचिव प्रभुराज नारायण राव , जिला मंत्री चांदसी प्रसाद यादव , एटक के राज्य नेता ओमप्रकाश क्रान्ति , लोक संघर्ष समिति के पंकज , अमर राम , घेघीं राम , जिला किसान सभा के जिला मंत्री राधामोहन यादव , अध्यक्ष अशोक मिश्र ,सीटू के जिला मंत्री शंकर कुमार राव ,खेतिहर मजदूर यूनियन के प्रभुनाथ गुप्ता , सुशील श्रीवास्तव , म .हनीफ , प्रकाश वर्मा , म .वहीद , सुनील यादव , जवाहर प्रसाद , मनौवर अंसारी , अंजारुल , तारिक अनवर , चंदेश्वर राउत , ललन राम , भवेश , कृष्ण नन्दन सिंह , सहीम , अमानुल्लाह , रामेश्वर महतो , घुमन मांझी , बालदेव राम , मिरहसन आदि ने भाग लिया ।

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