बेतिया | बात दे कि अक्टुबर 2021 में डेढ़ साल पुराने स्टांप पेपर पर एकरारनामा बनाया गया था जिसमें एक जमीनी विवाद में व्यक्ति के द्वारा अमूल्या इग्णासुस के भाई और माँ का नकली हस्ताछर कराया गया था।
जिसका पता इन्हे देरी से दिसंबर में चला जिसके बाद अमूल्या इग्णासुस ने बेतिया नगर थाने में इसकी सूचना दी। अमूल्या इग्णासुस ने बताया कि जब मैंने थाना में ASI अतिउल्ला नट से बात की तो उन्होंने दबाव बनाते हुए कहा कि आप इस जमीन को 70 लाख में बेच दीजिए नहीं तो जीवन भर केस लड़ते रह जाईयेगा। और फिर ASI अतिउल्ला नट ने गिरफ्तारी का डर दिखाया, जिसके बाद पीड़ितों ने निगरानी विभाग में सम्पर्क किया, जिसके बाद बेतिया नगर थाना में कार्यरत ASI अतिउल्ला नट को निगरानी विभाग की टीम ने एक लाख रुपये घुस लेते सरकारी आवास से रंगे हाथ धर दबोचा. निगरानी की टीम ने बताया कि केस नंबर 607 /21 के सिलसिले में अमूल्या इगनासुस ने इसकी पूरी जानकारी निगरानी विभाग को लिखित रूप में दी थी निगरानी ने तमाम तथ्यों की पड़ताल की और सही पाते हुए एएसआई को नगर थाने में स्थित सरकारी आवास पर रंगे हाथों गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की उसी समय एसआई को अपने साथ लेकर पटना रवाना हो गई
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