366.62 करोड़ रुपये की लागत से राष्ट्रीय राजमार्ग, राष्ट्रीय जल मार्ग का हुआ शिलान्यास

जनता के साथ धोखा अन्यायः रमेश प्रसाद फौजी जन नेता 

बगहा। नेताओं द्वारा विकास के नाम पर शिलान्यास कर देना और फिर चुनाव जीतकर जाने के बाद जनता को सुविधा के नाम पर ठेंगा दिखा देना, अब चलनेवाला नहीं है, ऐसा ही कुछ हाल बगहा में विकास के नाम पर शिलान्यास करके घोषणा किया गया और चुनाव में इसका लाभ ले लिया गया, परन्तु परियोजनाओं को पूरा नहीं किया गया, जिसका विरोध किया जायेगा और आगामी-28 मार्च 2022 से जन आन्दोलन का आगाज किया जायेगा। 

उक्त बातें बगहा प्रखंड के कुम्हीया निवासी जन नेता फौजी रमेश प्रसाद ने कही है। आगे कहा है कि आंदोलन का स्थान- अनुमंडल कार्यालय परिसर, बगहा होगा। कई जन आंदोलन के आगाज करनेवाले नेता फौजी ने आगे कहा कि 366.62 करोड़ रुपये की लागत से राष्ट्रीय राजमार्ग, राष्ट्रीय जल मार्ग एवं केन्द्रीय सड़क की निधि की पांच परियोजनाओं को अत्यावश्यक समझते हुए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री भारत सरकार द्वारा शिलान्यास 2014 में किया गया था, जो अब तक पूरा नहीं हुआ। फौजी ने आगे कहा कि उक्त परियोजना का शिलान्यास करके छोड़ दिया गया। 

लोक सभा चुनाव 2019 के तीन साल बाद भी निर्माण कार्य प्रारम्भ नहीं करना सरकारी जुमला और राजनितिक स्टंट बन कर रह गया है, जो प० चम्पारण की जनता के साथ धोखा और अन्याय है। वहीं दुसरी तरफ तत्कालीन सांसद और वर्तमान राजसभा सदस्य सतीश चन्द्र दुबे ने कहा है कि शिलान्यास कहीं से राजनीतिक स्टंट और जुमलाबाजी नहीं है,बगहा और मंगलपुर दोनों रेलवे ब्रिज का टेंड़र हो गया है, रेल विभाग के तकनीकि गड़बड़ी से काम में विलम्ब हो रहा है, परन्तु सभी काम पुरे होंगे। 

वहीं रमेश प्रसाद फौजी ने बताया है कि उक्त परियाजनाओं के क्रियान्यवन हेतु दिनांक 28 मार्च 2022 से सरकार के उदासीनता के खिलाफ एक जन आन्दोलन आहुत की गई है, जिसमें सभी प्रबुद्ध जन सादर आमंत्रित हैं।

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