इनरवा में ईदगाह को प्रशासन द्वारा तोडे जाने के विरोध में मस्लिम समाज का एक शिष्ट मंडल गुरुवार को प्रो.परवेज़ आलम के नेतृतव में डीएम को ज्ञापन सौप कर जांच करा कारवाई की मांग की है।दिए आवेदन में बताया गया है कि इनरवा में ईदगाह के पास भारत- नेपाल सिमा होने के कारण रोड का निर्माण होना है। सड़क निर्माण के कारण नापी कराई गई जिसमें 15 फिट जमीन की आवश्कता थी। ईदगाह कमेटी इनरवा के पास नोटिस गया। स्थानीय लोगो ने ईदगाह की दीवाल को तोड़ना सुरु कर दिया
इनरवा में ईदगाह को प्रशासन द्वारा तोडे जाने के विरोध में मस्लिम समाज का एक शिष्ट मंडल गुरुवार को प्रो.परवेज़ आलम के नेतृतव में डीएम को ज्ञापन सौप कर जांच करा कारवाई की मांग की है।दिए आवेदन में बताया गया है कि इनरवा में ईदगाह के पास भारत- नेपाल सिमा होने के कारण रोड का निर्माण होना है।
सड़क निर्माण के कारण नापी कराई गई जिसमें 15 फिट जमीन की आवश्कता थी। ईदगाह कमेटी इनरवा के पास नोटिस गया। स्थानीय लोगो ने ईदगाह की दीवाल को तोड़ना सुरु कर दिया गया, लेकिन प्रशासन ने रोक लगा दी। कुछ दिनों बाद अंचलाधिकारी, अंचल अमीन और इनरवा थाना प्रभारी अपने दल बल के साथ पहुँच कर जेसीबी के द्वारा 15 फिट की जगह 75 फिर ईदगाह की दीवाल को तोड़ दिया गया।जिसको लेकर मुस्लिम समाज मे काफी आक्रोश है।
यहां हर साल ईद और ईद-उल-अजहा पर हजारों मुस्लिम लोग नमाज अदा करते हैं।वहीं प्रो. परवेज आलम ने कहा कि हम लोग जिलाधिकारी से अविलंब जांच कराने और दोषी पदाधिकारियों पर कारवाई करने की मांग की है।साथ ही ध्वस्त हुए ईदगाह की चारदीवारी को सरकारी राशि से निर्माण कराने का भी अनुरोध किया गया है।
सभी दोषी अधिकारियों को अबिलम्ब बर्खास्त करने की भी मांग की गई है अगर ऐसा नही होता है तो चम्पारण के मुस्लिम समुदाय के लोग रोड पर आने को विवश हो जाएंगे।शिस्ट मंडल में तंजीर अहमद,सयैद सकील अहमद,अल्पसंख्यक प्रकोष्ट के जिलाध्यक्ष जुनैद शम्स,मो.तुफैल अनवर, मो.एजाज,अदिवक्ता इश्तेयाक अहमद,मो.हसन, अबुल बरकात,मो.मोनाजिर,अब्दुल नूर इनाम,अमजद खान,मो.कैफ,रियाजुद्दीन,फरहान राज सहित अन्य लोग
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