चीनी मिल मालिकों की गुलामी कर रहीं हैं सरकार - माले
पहले रिजर्व एरिया के लिए गन्ना का चलान जारी करों
बेतिया | भाकपा माले ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा गन्ना मूल्य 335 रुपया प्रति क्विंटल करने की घोषणा के खिलाफ 360 रूपया प्रति क्विंटल करने की मांग को लेकर बेतिया रेलवे स्टेशन परिसर से विरोध मार्च करते हुए जिला समाहर्ता के समक्ष प्रदर्शन किया,
भाकपा माले सह अखिल भारतीय किसान महासभा जिला अध्यक्ष सुनील कुमार ने कहा कि,नीतीश सरकार का किसानों के प्रति यह बेरहमी भरा कदम है। इस साल बिहार के गन्ना किसान, चीनी मिलों द्वारा जबरन रोपवाए गए CO 238 और CO 0118 जैसे गन्ना प्रभेदो के बाढ़ और बरसात से नष्ट हो जाने से तबाह है। मुख्यमंत्री चीनी मिलों के एक माह से अधिक चलने के बाद भी चीनी मिलों के दबाव से मुक्त नहीं हो सके, और उन्होंने चीनी मिलों की गुलामी करने का हीं फैसला किया। मुख्यमंत्री ने यूपी और पंजाब के गन्ना मूल्य का दर क्रमशः 350रु, 360रु, प्रति क्विंटल से भी कम बिहार के लोगों पर थोप दिया। बिहार के गन्ना किसान इसे सहन नही करेंगे। माले नेता ने बिहार की निक्कम्मी नीतीश सरकार को कोस्ते हुए कहा कि यह सरकार किसानों की गन्ना बोआई के लिए DAP और यूरिया तक आपूर्ति नहीं कर पा रही है। माले नेता इस साल धान और गन्ना से बर्बाद लाखों किसानों को अविलंब मुआवजा देने की मांग की। इस मामलों में कृषि सलाहकारों और कृषि पदाधिकारियों द्वारा मांगे जा रहे रिश्वत पर रोक लगाने की मांग की है।
निर्माण मजदूर यूनियन सह भाकपा माले नेता जवाहर प्रसाद और हेमंत साह, ने कहा कि आज भी चीनी मिलों के फार्मो में न्यूनतम मजदूरी तक लागू नहीं है,100 रूपया से लेकर 150 रूपया में दिन भर काम करने को मजबूर है, माले नेता ने कहा कि नीतीश सरकार में थोड़ा सा भी शर्म है तो चीनी मिल फार्मो मे न्यूनतम मजदूरी 304 रूपया लागू करें,
भाकपा माले नेता योगेन्द्र यादव ने कहा कि चीनी मिलें रिजर्व एरिया का गन्ना को छोड़ फ्री एरिया का गन्ना ले रहा है, वही दूसरी तरफ गन्ना का चलान का भी जमकर कालाबाजारी चल रहा है, जिसपर तत्काल रोक लगाई जाये माले नेता ने मांग करते हुए कहा कि पहले रिजर्व एरिया के लिए गन्ना का चलान जारी कर चलान सुगम तरिके से किसानों तक पहुचे इसकी गारंटी किया जाय, अंत में भाकपा माले नेताओं ने पांच सुत्री मांग पत्र प्रखण्ड पदाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को दिया,इस मौके पर किसान नेता रिखी साह, देवकी राम, नमुनी प्रसाद, अच्छेलाल महतों, सोना देवी, रामेश्वर पटेल, मनबोध साह, सुरेन्द्र साह, राजकिशोर पटेल, ठाकुर साह, नवीहस्न मियां, खुबनन्दन प्रसाद आदि नेताओं ने भी सम्बोधित किया
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