बाढ़ की समस्या और उसके बेहतर प्रबंधन हेतु कार्यशाला का आयोजन

बेतिया | भारत नेपाल सीमा पर वाल्मीकि नगर स्थित वन विभाग के सभागार में ऑडियो वीडियो चल चित्र के माध्यम से आज बाढ़ की समस्या और उसके बेहतर प्रबंधन के बिंदु पर जल संसाधन विभाग के वरीय अभियंताओं की एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।

इस कार्यशाला में जल संसाधन विभाग बिहार के गणितीय प्रतिमान केंद्र बाढ़ प्रबंधन सहायक सुधार केंद्र अनिसाबाद पटना द्वारा सक्सेस पोटेंशियल एंड सस्टेनेबल ऑपरेशन ऑफ एमएमसी विषय पर कार्यशाला में जानकारी दी गई। 

इस कार्यशाला के मुख्य अतिथि अभियंता प्रमुख मुख्यालय जल संसाधन विभाग बिहार रविंद्र कुमार शंकर और अशोक कुमार चौधरी अभियंता प्रमुख सिंचाई सृजन जल संसाधन विभाग बिहार पटना ने दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम की शुरुआत की। 

 इस कार्यशाला में जल संसाधन विभाग के सभी मुख्य अभियंता एवं अन्य अभियंता मौजूद रहे। अनिल कुमार संयुक्त निदेशक बाढ़ प्रबंधन सहायक सुधार केंद्र और डॉक्टर सरोज कुमार वर्मा निदेशक गणितीय प्रतिमान केंद्र जल संसाधन विभाग पटना द्वारा गणितीय प्रतिमान केंद्र के विषय पर प्रकाश डाला गया डॉक्टर इरफान हसन नदी मार्फोलॉजिस्ट एमएमसी मैनेजमेंट सपोर्ट कंसलटेंट, मुख्य अतिथियों द्वारा बिहार में बाढ़ की समस्या एवं उसके बेहतर गणितीय प्रतिमान केंद्र द्वारा कार्यों के बाबत कार्यशाला में जानकारी दी गई ।गणितीय प्रतिमान केंद्र द्वारा बाढ़ अवधि में विभिन्न नदियों में कुल 38 स्टेशनों पर जल स्तर एवं जल प्रवाह का पूर्वानुमान पहले ही जारी कर दिया जाता है इससे बेहतर बाढ़ प्रबंधन में सहायता मिलती है। 

इसके अलावा गणितीय प्रतिमान केंद्र द्वारा कई अन्य रिसर्च कार्य जैसे नदी ब्रिच सुरक्षा, अनुरक्षित स्थलों पर स्पर निर्माण हेतु सही डिजाइन, नदी के क्षरण के संभावित स्थलों की पहचान आदि प्रकार के कार्य संपादित किए गए हैं। 

कार्यक्रम के तकनीकी सत्र में इंस्टिट्यूट ऑफ़ वाटर मॉडलींग बांग्लादेश की युशुफ मामन और उनकी टीम द्वारा फ्लड फोरकास्टिंग वार्निंग सिस्टम इन्टु रिवर इन बिहार के बारे में जानकारी दी गई डॉ इकबाल हसन ने मार्फोरीजन फॉर रीवर एरवोइजन बिहार विषय पर प्रेजेंटेशन दिया। अबू सलेह खान एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर, डॉ नवनीत आनंद, राजेश कुमार डिप्टी डायरेक्टर साउथ एशिया आदि ने भी कार्यशाला को संबोधित किया।

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