तुमसा लहरों में बह लेता तो मैं भी सत्ता गढ़ लेता, ईमान बेचता चलता तो मैं भी महलों रह लेता : अनिल

बेतिया | जनवादी लेखक संघ, पश्चिम चम्पारण जिले का छठा सम्मेलन रामचन्द्र राही सभागार और अनूप याज्ञिक मंच, रिक्शा मजदूर सभा बेतिया में सम्पन्न हुआ । 

सम्मेलन की अध्यक्षता डा. जाकिर हुसैन जाकिर तथा अरुण गोपाल की अध्यक्ष मण्डल ने की, सम्मेलन का उदघाटन बिहार राज्य जनवादी लेखक संघ के सचिव कुमार विनिताब ने करते हुए बताया की आज हमारा देश कठिन दौर से गुजर रहा है। 

सामाजिक माहौल को जहरीला बनाने में शासक वर्ग भी काम कर रहा है । श्रम करके जीने वाले लोगों का जिना और भी कठिन होता जा रहा है। 

आज इस वर्ग के पक्ष में कलम चलनी चाहिए। केदार नाथ अग्रवाल, मुंशी प्रेमचंद, राजेश जोशी, चंद्रबली सिंह, नामवर सिंह जैसे साहित्यकार उस कतार में खड़े नजर आते हैं उन्होंने कविवर गोपाल सिंह नेपाली की मिट्टी को नमन करते हुए कहा कि चाटुकार साहित्यकारों पर वेवाकी से हमला करते हुए कहा कि 

  तुमसा लहरों में बह लेता तो मैं भी सत्ता गढ़ लेता

  ईमान बेचता चलता तो मैं भी महलों रह लेता

सम्मेलन में जिला सचिव अनिल अनल ने पिछले तीन सालों के कार्यों का एक प्रतिवेदन पेश किया । जिसपर प्रतिनिधि साथियों ने महत्वपूर्ण विचार दिए । उसके बाद रिपोर्ट को सर्वसम्मति से पारित किया गया ।

सम्मेलन में 13 सदस्यीय नई कमिटी का गठन हुआ । जिसके अध्यक्ष डा . जाकिर हुसैन जाकिर, उपाध्यक्ष मुजिबुल हक, सचिव अनिल अनल संयुक्त सचिव अरुण गोपाल, कोषाध्यक्ष डा. जफर इमाम जफर तथा कार्यकारिणी सदस्य सुरेश गुप्त, नंदलाल ठाकुर,चंद्रिका राम , अजय यादव , सुनील गुप्ता , ज्ञानेश्वर गुंजन , जय किशोर जय आदि चुने गए ।सम्मेलन को सीटू से शंकर कुमार राव , नीरज बरनवाल , खेतिहर मजदूर यूनियन से प्रभुनाथ गुप्ता , प्रकाश वर्मा , अवध बिहारी प्रसाद , शंभू आलोक आदि ने संबोधित किया ।

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