निर्धन, असहायों की मदद करना ही एसबीआई का लछ्य है।

गरीबो, निर्धन, असहायों और जरूरत मन्दो को हमेशा मदद करने के लिए तैयार रहना चाहिए। एसबीआई के छेत्रिय कार्यालय के द्वारा समय समय पर ऐसे लड़के लड़कियों और लोगो की मदद की जाती है।

उक्त बातें छेत्रिय प्रबन्धक राकेश कुमार ने शनिवार को यतीमखाना में रह कर पढाई करनेवाले लड़के और लड़कियों के बीच उनकी जरूरत के समान को वितरित करते हुए बोल रहे थे।

उन्होंने कहा कि एसबीआई समय समय पर शहर के चिन्हित यतीमखाना, अनाथालय में रह रहे यतीम बच्चो के लिये मदद करता है।वहीं मयंक रंजन और प्रशांत कुमार ने संयुक्त रूप से कहा कि एसबीआई सिर्फ व्यवसाय और बैंक का कार्य ही नही करता है बल्कि सामाजिक कार्य भी करता है।

उन्होंने कहा कि कोरोना काल मे भी एसबीआई ब ने अपने बैंकों के कार्य करने के बावजूद भी कोविड में कार्य करनेवालों के लिये मदद की है।

यह सिर्फ बैंक तक ही सीमित नही रहता है। इसके साथ ही हमेशा निर्धन,असहायों, गरीब लोगों की मदद के लिये आगे रहता है।यतीमखाना बदरिया के प्रचार्या नूर अहमद ने बताया कि यतीम लड़के और लड़कियां रह कर तालीम हासिल करते हैं। इन बच्चे बच्चियों के माता पिता नही है।

यतीमखाना ही इन बच्चों की परवरिश के साथ ही तालीम की भी पूरी व्यवस्था करता है।सामाजिक स्तर पर लोगो यतीमखाना को हर तरह से मदद करते हैं। जिसके बुनियाद पर यह संस्था लगभग एक सौ सालों से सेवा करता आ रहा है।लोगो की बदौलत ही यहाँ की यतीम लड़कियों की शादी भी कराई जाती है।

शिक्षा देने में कोई कोताही नही की जाती है।साथ ही उन्होंने एसबीआई को इन नेक कामो के लिये शुक्रिया अदा की।मौके एसबीआई के शैलेस कुमार, ओम प्रकाश मिश्रा सहित बैंक के सुरक्षा कर्मी,यतीमखाना के कर्मी मौजूद थे।

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