ख़बर का हुआ असर: जिलापदाधिकारी ने दिए कई निर्देश

डॉक्टर्स, नर्सेज की शत-प्रतिशत उपस्थिति सहित दवाई, जांच, ऑक्सीजन आदि की उपलब्धता करें सुनिश्चित।

एंबुलेंस को सभी आवश्यक संसाधनों के साथ अलर्ट मोड में रखें।

जीएमसीएच कंट्रोल रूम (24×7) फंक्शनल कराने का निदेश।

30 बेडों वाला पीकू वार्ड 11 सितंबर से पूरी तरह होगा फंक्शनल : अधीक्षक, जीएमसीएच।

जीएमसीएच में शिशुओं की चिकित्सा के लिए 30 बेड हैं सुरक्षित, 30 अतिरिक्त बेड कल से हो जायेंगे फंक्शनल।

दो दिनों में फंक्शनल हो जायेगा जीएमसीएच का पीएसए ऑक्सीजन प्लांट

बेतिया। जिलाधिकारी, श्री कुंदन कुमार ने कहा कि जिले में वायरल बुखार, निमोनिया आदि से बच्चे पीड़ित हो रहे हैं। इन पीड़ित बच्चों को समुचित चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध कराया जाना अतिआवश्यक है। जीएमसीएच सहित जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में बच्चों की समुचित चिकित्सा की व्यवस्था अपडेट रखी जाय। 

उन्होंने कहा कि रोस्टरवाइज डॉक्टरों, नर्सेंज सहित अन्य कर्मियों की शत-प्रतिशत उपस्थिति हर हाल में होनी चाहिए। साथ ही स्वास्थ्य संस्थानों में दवाई, जांच की सुविधा, ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जाय ताकि पीड़ित बच्चों का समुचित इलाज हो सके। उन्होंने निदेश दिया कि फ्लेक्स के माध्यम से दवाइ की उपलब्धता प्रदर्शित किया जाय।

उन्होंने कहा कि जिलास्तरीय पदाधिकारियों द्वारा जीएमसीएच सहित अन्य सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों की औचक जांच भी करायी जायेगी। लापरवाही, कोताही एवं शिथिलता बरतने वाले व्यक्तियों के विरूद्ध विधिसम्मत कार्रवाई की जायेगी। जिलाधिकारी कार्यालय प्रकोष्ठ में आयोजित समीक्षात्मक बैठक में अधिकारियों, डॉक्टरों को निदेशित कर रहे थे।

उन्होंने निदेश दिया कि वायरल बुखार, निमोनिया आदि बीमारी से ग्रसित बच्चों से संबंधित रिर्पोट प्रतिदिन उपलब्ध करायी जाय। निमोनिया, वायरल बुखार से ग्रसित बच्चों के इलाज हेतु एक अलग वार्ड संचालित किया जाय। उन्होंने कहा कि सिनियर डॉक्टरों का एक मेडिकल बोर्ड तैयार की जाय, जो बच्चों को हो रहे संक्रमण का अध्ययन कर सके। साथ ही प्रत्येक बेड के लिए एक चेकलिस्ट तैयार कर लें। उन्होंने कहा कि जीएमसीएच में पीकू वार्ड को अविलंब चालू कराना सुनिश्चित किया जाय।

अधीक्षक, जीएमसीएच द्वारा बताया गया कि जीएमसीएच के शिशु वार्ड में भर्ती बच्चों के लिए पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन की उपलब्धता है। वर्तमान में 30 बेड बच्चों की चिकित्सा के लिए सुरक्षित रखा गया है। 30 अन्य बेडों को कल से फंक्शनल कर दिया जायेगा। साथ ही आवश्यकतानुसार अन्य अतिरिक्त बेडों की उपलब्धता हेतु तैयारी कर ली गयी है। 

उन्होंने बताया कि 30 बेडों वाला पीकू वार्ड पूरी तरह तैयार है, 11 सितंबर से पूरी तरह फंक्शनल हो जायेगा। एंबुलेंस, दवाई सहित अन्य संसाधन उपलब्ध हैं, पीड़ित बच्चों का समुचित इलाज किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जीएमसीएच में नेबुलाईजर की समुचित व्यवस्था है। 69 कंस्ट्रेटर हैं, जिसके माध्यम से निबुलाइजेशन किया जा सकता है। साथ ही प्रत्येक बेड पर उपलब्ध ऑक्सीजन के माध्यम से आसानी से निबुलाईजेशन किया जा रहा है। साथ ही पीएसए ऑक्सीजन प्लांट को भी अविलंब फंक्शनल कर लिया जायेगा।

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