वायरल फीवर, निमोनिया, स्वाईन फ्लू, एईएस, जेई सहित अन्य वायरल बीमारियों पर रखें नजर : जिलाधिकारी

वायरल फीवर, निमोनिया, स्वाईन फ्लू, एईएस, जेई सहित अन्य वायरल बीमारियों पर रखें नजर : जिलाधिकारी

सिविल सर्जन को आशा कार्यकर्ताओं के माध्यम से बच्चों के स्वास्थ्य पर नजर रखने का निदेश

राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम अंतर्गत चिकित्सक दल को माइक्रो प्लान के अनुरूप विद्यालय, आंगनबाड़ी केन्द्रों पर बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण करने का निदेश

बेतिया। जिले में बढ़ रहे वायरल फीवर, निमोनिया आदि वायरल बीमारियों की रोकथाम हेतु जिला प्रशासन द्वारा लगातार प्रयास किया जा रहा है। जिले के सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में उक्त बीमारियों से बचाव हेतु सभी प्रकार की आवश्यक दवाई, जांच की व्यवस्था सहित रोस्टर वाइज डॉक्टर, नर्सेज आदि की समुचित व्यवस्था करने का निदेश स्वास्थ्य विभाग को दिया गया है। 

जिलाधिकारी, पश्चिम चम्पारण, बेतिया द्वारा उक्त वायरल बीमारियों पर अंकुश लगाने हेतु स्वास्थ्य विभाग द्वारा किये जा रहे कार्यों की लगातार समीक्षा की जा रही है। इसी क्रम में आज कार्यालय प्रकोष्ठ में वायरल फीवर, निमोनिया आदि वायरल बीमारियों की रोकथाम हेतु किये जा रहे कार्यों की समीक्षा जिलाधिकारी, कुंदन कुमार द्वारा की गयी। जिलाधिकारी ने निदेश दिया कि वायरल फीवर, स्वाईन फ्लू, एईएस, जेई तथा अन्य वायरल बीमारियों सहित कोविड-19 के संक्रमण पर भी विशेष नजर रखनी है तथा इससे बचाव हेतु हर संभव प्रयास करना है। साथ ही उक्त से संबंधित अद्यतन प्रतिवेदन प्रतिदिन उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे। 

सिविल सर्जन को निदेश दिया गया कि आशा कार्यकर्ता के माध्यम से हाउस-टू-हाउस विजिट कर बच्चों के स्वास्थ्य के संबंध में जानकारी प्राप्त की जाय। इस क्रम में किसी बच्चे में उक्त बीमारियों के लक्षण परिलक्षित होते हैं तो उसे तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में ले जाकर समुचित चिकित्सा करायी जाय।

साथ ही राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम अंतर्गत चिकित्सक दल को माइक्रो प्लान के अनुरूप विद्यालय, आंगनबाड़ी केन्द्रों पर बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण कराना सुनिश्चित किया जाय जिलाधिकारी द्वारा निदेश दिया गया कि अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर चिकित्सा पदाधिकारी तथा आयुष चिकित्सक को पूरी मुस्तैदी के साथ अपने कर्तव्यों एवं दायित्वों का निवर्हन करेंगे। 

वायरल बीमारियों से संबंधित लक्षणात्मक बच्चों का समुचित उपचार करेंगे तथा आवश्यकतानुसार उच्चतर स्वास्थ्य संस्थान में ईलाज के लिए रेफर करेंगे तथा इसकी सूचना जिला मुख्यालय को प्रतिदिन उपलब्ध करायेंगे। 

जिलाधिकारी ने निदेश दिया कि मस्तिष्क ज्वर की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी ”चमकी को धमकी” के तीन मुख्य बातें यथा-(1) खिलाओ- बच्चों को रात में सोने से पहले भरपेट खाना जरूर खिलाएं (2) जगाओ-रात के बीच में एवं सुबह उठते ही देखें कि कहीं बच्चा बेहोश या उसे चमकी तो नहीं एवं (3) अस्पताल ले जाओ-बेहोशी या चमकी दिखते ही आशा को सूचित कर तुरंत 102 एम्बुलेंस या उपलब्ध वाहन से नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र ले जाएं का व्यापक प्रचार-प्रसार कराना सुनिश्चित करें। 

जिलाधिकारी द्वारा अभिभावकों से अपील की गयी है कि अभिभावक अपने-अपने बच्चों को रात में बिना खाना खिलाएं नहीं साने दें। अगर कोई बच्चा शाम के समय में खाना खाया है और सो गया है तो उसे भी रात में जगाकर अवश्य खाना खिलाएं। इसके साथ ही बच्चों को रात में सोते समय अनिवार्य रूप से मीठा सामग्री यथा-गुड़, शक्कर, चीनी आदि खिलाएं। 

उन्होंने कहा कि चमकी बुखार अधिकांशतः रात के 02 बजे से 04 बजे के बीच अक्रामक रूप लेता है, इस समय सभी अभिभावकों को सचेत रहने की आवश्यकता है। इस अवसर पर उप विकास आयुक्त, अनिल कुमार, अपर समाहर्ता, नंदकिशोर साह, जिला आपदा प्रभारी पदाधिकारी, अनिल राय, डीपीएम, सलीम जावेद सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

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