चंपारण में इंसानियत हुई शर्मसार: हो रही है शराब और लड़कियों की होम डिलीवरी

चंपारण में दारू और लड़कियों की हो रही है होम डिलीवरी। 

जिला मुख्यालय से बीस किलोमीटर दूर साठी थाना छेत्र के भपटा गांव की है। जहाँ आर्केस्ट्रा संचालक मुन्ना गुप्ता ने पिछले एक साल से कोलकाता की दीपा (24)[बदला हुआ नाम]और मुस्कान उर्फ रूमा (24)[बदला हुआ नाम] का गरीबी देख कर खाना बनाने के लिये अपने साथ साठी ले आया।

पीड़िता

दोनों लड़कियों ने रोते हुऐ बताया कि यहाँ आने के बाद देखा कि यहाँ नाच गाने का कारोबार किया जा रहा है। हम लोगो से भी नाच गाना के लिये मजबूर किया गया, हम लोग भी स्टेज पर और शादी में नाचने लगे, प्रतिदिन घरों में दारू का का पार्टी होने लगा, दारु पीने बाद हम लोगो के बदन से खेलने लगे, विरोध करने पर मारपीट करते थे। इतना ही नही रोज हम दोनों के साथ कई कई व्यक्ति जो संचालक ले कर आता था सेक्स करते थे। पीड़िता बताती है कि उसके साथ रोज चार पांच आदमी सेक्स करते थे जिसमें पिस्तौल लेकर व सिविल ड्रेस में पुलिस कर्मी भी शामिल हैं। मुन्ना बताता था कि ये बड़ा बाबू है तो यह छोटा बाबू है। युवती ने कहा की मैं बहुत तकलीफ में हूं, मेरा मेडिकल हो जिससे मुझे इंसाफ मिल सके।

रोज़ की मारपीट, धमकी और ज़बरदस्ती से तंग आ कर 24 सितंबर की रात किसी तरह वे वहां से भाग निकली। रविवार की दोपहर दरगाह मोहल्ला के वकील मोहम्मद एहसानुल्लाह के घर पहुंची, वकील की सूचना पर महिला थाना के दरोगा सुधा कुमारी वहां पहुंची और दोनों युवतियों को लेकर थाने पहुंच गई। 

कोर्ट में बयान भी हुआ, कोर्ट ने उसे अपने घर जाने की इजाजत दे दी। वहाँ भी आरोपी पहुँच घर पहुचाने के बहाने फिर अपने साथ ले गया और फिर वही काम शुरू हुआ। आरोपी ने धमकी दी कि अगर भागेगी तो जान से मार देंगे। इसने बताया कि आरोपी ने हवस का शिकार बना गर्भवती कर दिया। गर्भवती होने पर गर्भ को गिरवा दिया। ऐसा उसने तीन बार किया। 

दूसरी पीड़ित मुस्कान ने बताया कि उसके साथ भी रोज गलत काम किया जाता था। शनिवार को तंग आकर अंधेरे में भाग निकली।दोनों शहर के मशहूर अधिवक्ता के पास पहुँची। उन्होंने पुलिस को सूचना दी।महिला थाना की प्रभारी सुधा कुमारी ने दोनों को न्यायिक हिरासत में लेकर थाने आई।

टिप्पणियाँ