दुर्भावना से ग्रसित होकर कार्रवाई करना दुखद - नीमा।
किलनिक सील को लेकर आयुष चिकित्सकों में आक्रोश।
ब्रजभूषण कुमार, ब्यूरो रिपोर्ट, पश्चिमी चंपारण, बेतिया।
नरकटियागंज में आयुष चिकित्सक के क्लीनिक पर छापामारी की गई. साथ ही मरीजों को अनुमंडलीय अस्पताल में भेजा गया.और क्लीनिक को सील कर दिया गया जिसको लेकर आयुष चिकित्सकों में भारी आक्रोश है.
वहीं इंडियन आयुष मेडिकल के राष्ट्रीय सचिव डॉ मनीष कुमार ने भारी आपत्ति जताई है उन्होंने कहा कि किसी भी परिस्थिति में हम इस घटना के लिए एस.डी.एम या कोई भी जिम्मेवार अधिकारियों को बक्सने नहीं जा रहे है.
ऐसा प्रतीत होता है कि आयुष के बारे में एस.डी.एम को ठीक से जानकारी नहीं है शायद ये भी पता नहीं है कि आयुष के चिकित्सक रजिस्टर्ड चिकित्सक होते हैं और रजिस्ट्रेशन में पहले वे 4 साल 6 माह B.A.M.S,B.U.M.S,B.H.M.S का पढ़ाई करते हैं फिर 1 साल का इंटरमीडिएट करते हैं उसके बाद उनका रजिस्ट्रेशन होता है और बहुत से आयुष चिकित्सक एम.एस और एम.डी भी करते हैं आज भारत सरकार ने भी आयुष चिकित्सकों को भी हरी झंडी दे दी है उसके बावजूद इस प्रकार के दुर्भावना से ग्रसित होकर कार्रवाई किया जाना बहुत ही अफ़सोस की बात है.
इंडियन आयुष मेडिकल ने नरकटियागंज की घटना पर आपत्ति दर्ज करते हुए सर्वप्रथम नरकटियागंज एस.डी.एम पर लीगल नोटिस भेजेगी फिर जल्द ही उनके ख़िलाफ़ और छापेमारी टीम के खिलाफ कोर्ट का रुख करेगी.
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