7 वें दिन भी सफाई कर्मियों की नगर निगम बेतिया में पूरे उत्साह से हड़ताल जारी रही*

कई संगठनों ने सफाई कर्मियों की हड़ताल का किया समर्थन, निगम व निकायों में निजीकरण पर रोक लगाने और सामाजिक न्याय के दावेदार सफाई मजदूरों की मांग पूरी करने की उठाई मांग।

बिहार राज्य स्थानीय निकाय कर्मचारी महासंघ (ऐक्टू) एवं अन्य संघों के संयुक्त मोर्चा के संयुक्त आह्वान पर दैनिक, संविदा,ठीका, कमीशन, आउटसोर्स पर कार्यरत सफाई व अन्य कर्मी नियमितीकरण, समान काम के लिये समान वेतन व न्यूनतम 18000 से 21000 रूपये का भुगतान, सामाजिक सुरक्षा एवं स्थायी कर्मचारियों को 5 वां ,6ठा व 7वां वेतन पुनरीक्षण तथा ए.सी.पी लाभ आदि 12 सूत्री मांगों की पूर्ति को लेकर बेतिया सहित पूरे राज्य में आज सातवें दिन भी हड़ताल जारी रखा,महासंघ व अन्य संघो से जुड़े सफाई मजदूरों ने बेतिया, चनपटिया और नरकटियागंज पटना, नवादा, बिहारशरीफ, डुमरांव, डिहरी ऑन सोन, गया, जहानाबाद,सिवान,भागलपुर, दरभंगा,मुजफ्फरपुर आदि स्थानों पर नीतीश -भाजपा सरकार की एजेंसी व कम्पनी परस्त निजीकरण वाली नीतियों का जमकर विरोध किया और जगह जगह प्रदर्शन जारी है.

इस बीच ऐक्टू जिला सचिव रविंद्र कुमार "रवि", महासंघ (गोप गुट) जिला सचिव राज किशोर सिंह, जिला आशा संघ के अध्यक्ष श्रीमती प्रतिमा देवी, ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन के जिला प्रवक्ता अभिमन्यु राव,इंकलाबी नौजवान सभा के जिला संयोजक सुरेंद्र चौधरी, बिहार राज खेत मजदूर सभा पश्चिम चंपारण जिला के अध्यक्ष मुख्तार मियां ने संयुक्त विज्ञप्ति जारी कर हड़ताली सफाई व अन्य कर्मियों की मांगों व हड़ताल का समर्थन किया है और नीतीश सरकार से दलित-पिछडे समुदाय से आने वाले सफाई व अन्य कर्मियों के नियमितीकरण ,पद समाप्ति आदेश वापस लेने सहित सभी 12 सूत्री मांगों को अविलम्ब पूरा करने की जोरदार मांग किया है।

उक्त नेताओं ने बिहार के समस्त निगम व निकायों में सफाई व अन्य आवश्यक कार्यों का निजीकरण के तहत एजेंसियों व कम्पनियों के अधीन करने के नीतीश भाजपा सरकार के फैसलों का जोरदार मुखालफत किया है।

नेताओं ने कहा कि एक तरफ नीतीश- भाजपा सरकार दलित-पिछड़ों को सम्मान देने व इनका विकास करने का ढ़िढोरा पीटती है तो दूसरी तरफ उनकी मांगों को अनसुनी कर उन पर दमन ढ़ा रही है। यह किसी सामाजिक न्याय की सरकार का काम नहीं हो सकता है। 

नेताओं ने कहा कि हड़ताली निगम-निकाय कर्मी जो अधिकाधिक दलित-पिछड़े समुदाय से आते है की मांगों को पूरा करते हुए उनके साथ सरकार सम्मानजनक समझौता कर मांगें पूरा करे ताकि सामाजिक न्याय के प्रबल दावेदार इन कर्मियों की न्यायोचित मांग पूरी हो सके और यह दलित-पिछड़ा सामाजिक तबका समाज के मुख्य धारा में शामिल हो सके। 

इस बीच ऐक्टू जिला सचिव रविंद्र कुमार रवि ने बताया कि बीते शनिवार और रविवार को तीन राउंड की वार्ता बेनतीजा समाप्त हो गया। परंतु आज भी पश्चिम चंपारण जिले में बेतिया चनपटिया और नरकटियागंज के सभी हड़ताली कर्मचारी पूरे उत्साह के साथ अपनी 12 सूत्री मांगों के समर्थन में डटे हुए हैं। 

मौके पर रमन कुमार,अमरेंद्र कुमार, हरेंद्र राउत, पुणे देव प्रसाद,मोहन चौधरी, शंभू यादव, राम लाल यादव, प्रमिला देवी, सुनीता देवी, दीपक राउत, रमेश राउत, गीता देवी, निक्की देवी, रितेश कुमार रवि,गुड़िया देवी, जुलुम साह, तबरेज आलम, आयशा खातून, शाहदरा खातून किरण देवी सहित सैकड़ों हड़ताली कर्मचारी उपस्थित थें।

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