संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा 27 सितंबर को भारत बंद के लिए बेतिया अनुमण्डल स्तरीय किसान कन्वेंशन

बेतिया (बगहा) सयुक्त किसान मोर्चा का बेतिया अनुमंडल स्तरीय कन्वेंशन बलिराम भवन नौरंगाबाद मैं संपन्न हुआ । कन्वेंशन में तीन सदस्यीय नंदकिशोर विकल, कृष्णनंदन सिंह तथा प्रभुनाथ गुप्ता की अध्यक्ष मण्डली बनाई गई।

केन्द्र की मोदी सरकार ने जनता की सारी सम्पति बेचने के बाद अब किसानों की जमीन भी अम्बानी और अडाणी को दे देना चाहती है। इसके लिए उसने तीन कृषि विरोधी काला कानून बनाया है। वह न्यूनतम समर्थन मूल्य भी किसानों को नहीं देना चाह रही है। जिसने आवश्यक वस्तु अधिनियम कानून को समाप्त कर जमाखोरी की खुली छूट दे दिया है । 

जिसके विरुद्ध किसान संघर्ष कर रहे हैं। किसान चाहते हैं कि सरकार तीनों किसान विरोधी काले कानूनों को वापस ले ले और एम एस पी को कानूनी दर्जा दे दिया जाय। इसके लिए किसान 9 महीने 23 दिन से दिल्ली के सभी बॉर्डर पर धरना दे रहे हैं । धरना देते हुए 6 सौ से ज्यादा किसान शहीद हो चुके हैं। लेकिन मगरूर मोदी सरकार मनाने को तैयार नहीं है । 

इसी उद्देश्य से 27 सितम्बर को भारत बन्द का आह्वान संयुक्त किसान मोर्चा ने किया है । हमें बेतिया अनुमण्डल सहित पूरे पश्चिम चंपारण जिले में सफल बनाना है । 

कन्वेंशन में बिहार राज्य किसान सभा के संयुक्त सचिव प्रभुराज नारायण राव, एटक के वरिष्ठ एवं राज्य नेता ओमप्रकाश क्रान्ति, किसान सभा के जिला मंत्री चांदसी प्रसाद यादव , किसान सभा के जिला सचिव राधामोहन यादव , लोक संघर्ष समिति के सोहन राम, कांग्रेस किसान प्रकोष्ठ के शाही कुमार राय ,भारतीय किसान संघ के नंदकिशोर विकल , जन संघर्ष किसान प्रकोष्ट के दिलशाद साहब , खेतीहर मजदूर यूनियन के प्रकाश वर्मा , खेत मजदूर यूनियन के सुबोध चौधरी , युवा राजद के मुकेश यादव , नौजवान संघ के तारिक अनवर , किसान नेता प्रभु यादव , बबलू दुबे ने अपने विचार ब्यक्त किये ।

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