खेती से लेकर सरकारी उपक्रमों को बेचने पर आमादा है मोदी सरकर- वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता, विधायक
तीनों कृषि कानून एवं बिजली विधेयक 2021 को निरस्त करने, MSP गारंटी का कानून बनाने और हर किस्म के कृषि कर्ज को माफ करने, यूरिया के किल्लत को दूर करने आदि मांगों को लेकर 25 सितम्बर को भारत बंद को सफल बनाने को लेकर किसान संगठनों, वाम- लोकतांत्रिक ताकतों का संयुक्त बैठक केन्द्रीय पुस्तकालय बेतिया में संपन्न हुआ, बैठक की अध्यक्षता कांग्रेस जिला अध्यक्ष ब्रम्हानन्दन पाड़े ने किया, जिसमें राजद युवा जिला अध्यक्ष अमजद खां, भारतीय किसान यूनियन राज्य अध्यक्ष नेशनल अहमद, कांग्रेस जिला अध्यक्ष ब्रम्हानन्दन पाड़े, ऐक्टू जिला अध्यक्ष रविन्द्र कुमार रवि, ऐपवा जिला अध्यक्ष ललिता देवी, आइसा जिला अध्यक्ष अभिमन्यु राव, इनौस नेता सुरेन्द्र चौधरी, सुबासचन्द्र कुशवाहा, सिकटा विधायक सह खेग्रामस राज्य अध्यक्ष, सह बिहार राज्य गन्ना उत्पादक संघ राज्य अध्यक्ष विरेंद्र प्रसाद गुप्ता, किसान महासभा जिला अध्यक्ष सुनील राव, इंसाफ़ मंच जिला नेता अपसर इमाम आंगनबाड़ी सेविका नेता संगिता कुमारी सहित पूरे जिले के अलग-अलग प्रखंडों के सैंकड़ों कार्यकर्ताओं ने शिरकत की।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता सिकटा विधायक सह बिहार राज्य गन्ना उत्पादक संघ राज्य अध्यक्ष विरेंद्र प्रसाद गुप्ता ने कहा की आज देश मे खेती और किसानी के साथ साथ बेशकीमती राष्ट्रीय उपक्रमो को मोदी-शाह की सरकार बेचने पर आमादा है। यह सिर्फ कॄषि ही नहीं, बल्कि देश के संविधान, लोकतंत्र और सम्पतियों को बचाने का सवाल है।
आगे कहा कि मोदी सरकार देश बेचू है। यह सरकार हर चीज को बेच देगी। उन्होंन कहा कि मोदी है तो संकट हैं, इस लिए मोदी को हटाने तक आंदोलन जारी रखते हुए 25 सितम्बर को भारत बंद को सफल बनाने का आह्वान किया,
राजद युवा जिला अध्यक्ष अमजद खां ने कहा की 3 कृषि कानूनों के खिलाफ भी मजबूत अंदोलन छेड़ा जाएगा व 25 सितंबर का भारत बंद ऐतेहासिक बनने के लिए राजद के एक एक कार्यकर्ता सड़क पर उतरेगा।
इंसाफ़ मंच जिला नेता अपसर एमपी ने कहा कि 3 कृषि काले कानून को वापस लेने, प्रस्तावित बिजली बिल 2020 को रद्द करने, MSP को कानूनी दर्जा देने, किसानों की कर्जामाफी, राज्य भर में खाद की किल्लत को दूर कर कालाबाजारी को खत्म करने आदि मांगों को लेकर गाँव गाँव में प्रचार करते हुए भारत बंद को सफल बनाने का आह्वान किया जाएगा, इनके अलावा संजय राम, महमद राजा, विनोद कुशवाहा, कैलाश राम, जवाहर प्रसाद, रिता रवि, सरोज देवी, कुसुमकुसुम आदि लोगों ने भी संबोधित किया।
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