आपसी सौहार्द बिगाड़ने वाले के खिलाफ़ नगर थाने में ग्रुप एडमिन ने दर्ज कराई एफआईआर

अपडेट न्यूज़ बिहार ग्रुप में पोस्ट किया गया था धर्मिक भवनाओं के खिलाफ पोस्ट। 

खबर वायरल होने पर पुलिस ने त्वरित करवाई करते हुए आरोपी को किया गिरफ्तार भेजा जेल।

A detailed Report by Betttiah Times 

असमाजिक तत्व, समाज की आपसी भाईचारे, प्यार और मुहब्बत को साज़िश के तहत समाज मे नफरत फैलना चाहते हैं।

क्या है पूरा मामला

व्हाट्सएप्प के ग्रुप "अपडेट न्यूज़ बिहार" के मुख्य एडमिन कुंदन पांडेय के द्वारा आला अधिकारियो से लेकर पत्रकारो को जोड़ा गया है, विजय सिंघानिया के द्वारा शनिवार की रात्रि मुस्लिम समुदाय के अंतिम पैगम्बर हजरत मुहम्मद(स. अ.)के खिलाफ अभद्र, अमर्यादित, अशोभनीय पोस्ट किया गया था।

पोस्ट होने के कुछ देर बाद जिले एक पुलिस अधिकारी खुद निकल गए, जबकि इस पोस्ट को ज़िले के कई नामचीन हस्ती भी मैसेज को पढे होंगे, लेकिन किसी ने भी इसपर कोई कारवाही नही की। 

वही ग्रुप के दूसरे सदस्यों द्वारा इस मैसेज पर टिप्पणी की गई तब ग्रुप के एडमिन गलती से पोस्ट हो जाने की बात करने लगे।

ग्रुप एडमिन ने ख़ुद दर्ज़ कराई एफआईआर

रविवार को जब मामला बढ़ गया तब  एडमिन ने आरोपी को ग्रुप से निकाला, जबकि मैसेज अभी भी ग्रुप में मौजूद है, जब खबर वायरल होना शुरू हुआ तब आनन फानन में ग्रुप एडमिन के द्वारा नगर थाने में आरोपी के विरुद्ध एफआईआर(475/21 नगर थाना) दर्ज कराई गई।

मुस्लिम समुदाय ने की गिरफ्तारी की मांग

उसके बाद मुस्लिम समुदाय के लोगो ने रविवार की दोपहर मौलाना नेयाज अहमद कासमी और नया टोला के वार्ड पार्षद के पति तंजीर आलम उर्फ भुट्टो के नेतृत्त्व में एक शिष्ट मंडल नगर थाना पहुँच कर थानाधयक्ष राकेश कुमार भास्कर को ज्ञापन सौप कर गिरफ्तारी की मांग की है।

साथ ही नगर थानाधयक्ष राकेश कुमार भास्कर द्वारा शाम तक गिरफ्तारी करने का आश्वासन दिया गया, पुलिस ने त्वरित करवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। इसकी गिरफ्तारी अपडेट न्यूज ग्रुप बिहार के मुख्य एडमिन कुन्दन पाण्डेय के एफआईआर के आधार पर की गई।

सोमवार को जब मुस्लिम समुदाय नगर थाने जाकर एफआईआर होने की जानकारी ली गई तब थाने के द्वारा कहा गया कि एफआईआर हो चुकी है उसकी गिरफ्तारी हो चुकी है और उसको जेल भेज दिया गया है।

पुलिस ने त्वरित कारवाई करते हुए शहर के आपसी भाईचारे, सौहार्द को बिगड़ने से बचा लिया। लेकिन जिस मुस्लिम समुदाय के भवनाओं के खिलाफ मैसेज डाला गया था उनके समुदाय के द्वारा दिये गए आवेदन पर एफआईआर नही होने से मुस्लिम समुदाय में काफी आक्रोश है।

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