बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ इनौस और आइसा ने किया प्रदर्शन

इंकलाबी नौजवान सभा बिहार के आह्वान पर बेतिया जिला कमिटी इनौस और आइसा के द्वारा इनौस उपाध्यक्ष अंसार खान के अध्यक्षता में जिला कलेक्ट्रेट पर बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ प्रदर्शन किया गया। 

इनौस के जिलाध्यक्ष फरहान राजा ने कहा कि एक माह के दौरान डीजल, पेट्रोल और रसोई गैस की कीमतों में दस मर्तबा मूल्य बढ़ोतरी की गई और जो कहीं से भी जनहित में नहीं कहा जा सकता है। जबकि केंद्र की सरकार सत्तासीन होने से पहले महंगाई को नियंत्रण करने को लेकर लम्बे-लम्बे दावे और आश्वासन दिये थे।बावजूद इसके बढ़ती मूल्य पर नियंत्रण सरकार का नहीं है। 

लॉकडाउन और कोरोना के कारण जहां आमलोगों की आर्थिक स्थिति चरमराई हुई है, वहीं पेट्रोलियम पदार्थों के साथ खाद्य पदार्थों की कीमतें भी उछाल पर है।जिससे मिडील और निम्न वर्ग के लोगों को परिवार का भरण पोषण करना भी मुश्किल हो रहा है। उन्होंने कहा कि आज गरीब परेशान हैं,मजदूरों को काम नहीं मिल रहा और काम मिल रहा तो मजदूरी नहीं। 

वहीं सरकारी कर्मचारियों को डेढ़ साल से महंगाई भत्ता नही दिया जा रहा है, जिसके कारण देश त्राहिमाम के दौर से गुजर रहा है। वही आइसा के जिलाध्यक्ष अभिमन्यु राव ने कहा कि जिस भाजपा को 2014 के पहले महंगाई डायन की तरह लगती थी आज वही महंगाई भाजपा को गुड़ की तरह मीठा लगने लगी है। 

बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में एनडीए 19 लाख रोजगार का वादा करके सत्ता में आई लेकिन सत्ता में आने के बाद मोदी सरकार की तरह यह भी वादा जुमले की तरह हो गयी। 

केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर गरीबों का खून चूसने का काम कर रही हैं। लगातार पेट्रोल, डीजल, एलपीजी की कीमतें आसमान छूती जा रही हैं। मौके पर आइसा के जिलाउपाध्यक्ष सोनू चौबे, इनौस के गुफरान, गोल्डेन, अफ़ज़ल, हैदर, हसमत आलम आदि मौजूद रहें।

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