शराब ब्रिकेताओं और माफियाओं से वसूली जब बंद होगा तभी जहरीली शराब से मौत का तांडव होगा बंद- भाकपा-माले
जहरीली शराब मौत कांड के खिलाफ भाकपा-माले ने रेलवे स्टेशन से आक्रोश मार्च करते हुए समाहरणालय गेट पर प्रदर्शन किया। थानेदार और चौकीदारों पर कार्रवाई का नाटक बंद करो, जहरीली शराब पीने से अंधे हुए लोगों को मुफ्त इलाज कराओं, जनसंहार रचाने वाली स्प्रिट माफियाओं पर एफआईआर कर गिरफ्तार करो, उत्पाद एवं मद्य निषेध मंत्री इस्तीफा दो, उत्पाद एवं मद्य निषेध अधिक्षक और नरकटियागंज और रामनगर डीएसपी को बर्खास्त करों, पिडित परिवार को दस- दस लाख मुआवजा दो, आदि नारा लगाते रहें जिला मुख्यालय बेतिया में सभा किया.
सभा को संबोधित करते हुए माले नेता सुनील कुमार राव ने कहा कि नीतीश सरकार शराब बंदी के प्रति गंभीर है तो सबसे पहले शराब माफियाओं से वसूली करने वाले उत्पाद एवं मद्य निषेध अधिक्षक और नरकटियागंज और रामनगर डीएसपी को बर्खास्त करे उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार का शराब बंदी कानून पुरी तरह फेल है.होम डिलीवरी हो रही है.पूलिस और मद्ध निषेध महकमा शराब माफियाओं के चंगुल में है.जब कहीं भी बड़ी घटना होती है तो आनन फानन में छोटे कर्मियों पर कार्रवाई कर सरकार अपना पीठ थपथपाने लगती है.जब तक बड़े अधिकारियों पर कार्रवाई नहीं होगी तब तक शराब माफियाओं पर नकेल नहीं कसा जा सकता है.
माले नेता रविन्द्र कुमार रवि ने कहा की सर्वविदित है कि थाने और चौकिदार तो महज हुक्म के गुलाम है उनपर कार्रवाई के साथ नीतीश कुमार सबसे पहले शराब मंत्री सुनील कुमार का इस्तीफा ले उन्होंने कहा सरकार पिडित परिवार को दस दस लाख मुआवजा देने का काम करें.आगे कहा कि जब तक शराब ब्रिकेताओं और माफियाओं से वसूली का धंधा बंद नहीं होगा तब तक जहरीली शराब से मौत का तांडव बंद नहीं होगा.
भाकपा-माले नेता संजय राम ने कहा कि केवल गरीब शराब विक्रेताओं की गिरफ्तारी से शराब का अवैध धंधा नहीं ररुकेगा, बल्कि स्प्रीट माफियाओं और बड़े शराब कारोबारियों की गिरफ्तारी जरूरी है, उन लोगों पर शराब से हुई इस जनसंहार का मुकदमा दर्ज किया जाये, इनके अलावा माले नेता जवाहर प्रसाद, रिखी साह, विनोद कुशवाहा, हारून गद्दी, भरत ठाकुर, हाकिम मियां, योगेन्द्र यादव, धर्म कुशवाहा, कमरूल होदा, इनौस नेता संजय, डा आलम.
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