छः दिनों में संदेहजनक परिस्थिति में 16 हुई मौत, रामनगर और लौरिया थाना छेत्र में मौतो से पसरा मातमी सन्नाटा।
दोनों थानों की पुलिस जांच में जुटी, डीएम सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुँच ली स्थिति की जानकारी
गांव वाले कुछ भी बोलने से कर रहे हैं परहेज
पांच दिनों में 16 मौतो से जिले में हड़कंप मचा हुआ है, जिसमे गुरुवार को दोनों थाना छेत्र के कई गांव में एक ही दिन आठ की मौत से जिला प्रशासन की नींद उड गई है। इतनी मौतो से लोगो मे चर्चाओक बाजार गर्म है। चौक चौराहों पर लोग तरह तरह की बाते कर रहे हैं, लोग खुल कर पुलिस को कुछ बताने से कतरा रहे हैं।
दोनों समुदायों के लोगो की हुई मौत से पुलिस से लेकर स्वास्थ्य विभाग तक को हिला कर रख दिया है। सबसे अहम बात यह है कि इतनी मौते होने के बाद भी पुलिस को भनक तक नही लगी। दोनों समुदाय के मृतक के परिजन अपने अपने रिश्तेदार को दाह संस्कार कर दिये।
वही कुछ लोगो अपने परिजन को दफना दिये। मृतक देउरवा, जोगिया, स्बेया,हरदिया, गबनाहा, डुमरा पंडापट्टी, तेलपुर गांव के निवासी हैं। पुलिस और मेडिकल टीम गांव में कैम्प कर रही है, पूरा इलाका पुलिस छावनी में तब्दील हुआ है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मृतको से जहरीली शराब पी थी जिसके कारण उन लोगो की आखों की रोशनी चली गई और उल्टी के साथ दम तोड़ दिया। खुले तौर पर अभी शराब पीने या इससे मौत होने की जानकारी नही निकल रही है। किसी भी मृतक का पोस्टमोर्टम तक नही हुआ है।
सिकटा विधायक बिरेन्द्र प्रसाद गुप्ता ने परिजनों से मिल सान्तवना दी, सरकार से मृत व्यक्तियों के परिजनों को चार लाख की सहायता देने की मांग की है।
परिजनों से बाते करते विधायक |
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें