बेतिया जीएमएचसी में अब सभी मरीजों की इलाज की व्यवस्था आज से शुरू! || GMHC: Now the system of treatment of all patients starts from Today

कल तक COVID-19 के अलावा लौटाए जाते थे अन्य मरीज़!

गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज बेतिया में कल तक कोविड-19 के अलावा किसी भी मरीज को इमरजेंसी सुविधा भी प्राप्त नहीं हो पाती थी, लेकिन आज से जिले में आम लोगों के लिए इलाज की सुविधा जिला पदाधिकारी द्वारा प्रेस विज्ञप्ति जारी करके शुरू करने की एक खुशखबरी दी है.

बेतिया जीएमएचसी: में अब सभी मरीजों की इलाज की व्यवस्था आज से शुरू! || GMHC: Now the system of treatment of all patients starts from Today
बेतिया जिलाधिकारी

शायद ही कोई दिन ऐसा होता था कि इमरजेंसी में अन्य पीएचसी से रेफर होकर आए मरीज को भी यहां इलाज की कोई सुविधा नहीं होती थी और मरीज बैरंग ओ वापस लौट जाते थे.

स्वास्थ्य विभाग एव जिलाधिकारी, श्री कुंदन कुमार के निदेश के आलोक में जीएमसीएच प्रबंधन द्वारा जिलेवासियों को समुचित चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से स्वास्थ्य सुविधाओं को सुचारू कर दिया गया है।

अधीक्षक, जीएमसीएच द्वारा बताया गया है कि सर्जरी, आर्थो, शिशु, आई. एवं ई.एन.टी विभाग के चिकित्सकों को कोविड कार्य से मुक्त करते हुये उनसे संबंधित विभागों का संचालन आकस्मिकी विभाग सहित करने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने बताया कि प्रथम तल कोरोना पाॅजिटिव मरीजों के लिये पूर्व की भांति संचालित रहेगा।

द्वितीय तल का 'ए' ब्लॉक पुरूष औषधि वार्ड एवं 'बी' ब्लॉक महिला औषधि वार्ड के रूप में सामान्य मरीजों (नन कोविड) के लिये संचालित रहेगा।द्वितीय तल 'सी' ब्लॉक कोरोना से संदिग्ध मरीजों के लिये संचालित रहेगा एवं आईसीयू पूर्व की भांति सामान्य एवं संदिग्ध मरीजों के लिये संलालित रहेगा.

उन्होंने बताया कि तृतीय तल का 'ए' और 'बी' ब्लॉक स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग के लिए पूर्ववत संचालित रहेगा वहीं तृतीय तल का 'सी' ब्लॉक कोरोना के तीसरे लहर के संभावना को देखते हुये शिशु रोग विभाग के लिए कर्णकित किया गया है। तृतीय तल का 'डी' ब्लॉक आई. एवं ई.एन.टी विभाग के लिए पूर्व की भांति करते हुये मयूकोरमाईकोसिस से ग्रसित मरीजों के लिये चिन्हित किया गया है।

वहीं चतुर्थ तल के 'सी' एवं 'डी' ब्लॉक को एईएस/जेई के संभावित शिशुओं के लिए 30 शय्याओं को पीकू के रूप में तथा 06 शय्याओं को एनआईसीयू के रूप में संचालित करने का निर्णय लिया गया है। साथ ही पांचवे तल के 'सी' ब्लॉक को महिला सर्जरी एवं डी ब्लॉक को पुरूष सर्जरी एवं 'ए' ब्लॉक को अस्थि एवं बी ब्लॉक को बर्न रोग के मरीजों के लिए संचालित करने का निर्णय लिया गया है।

जिलाधिकारी द्वारा अधीक्षक, जीएमसीएच को उक्त सभी चिकित्सीय सुविधा सुगमतापूर्वक मरीजों को उपलब्ध कराने का निदेश दिया गया है। साथ ही सभी चिकित्सीय व्यवस्था अपडेट रखने हेतु निदेशित किया गया है।

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