सिकटा, नौतन मझौलिया चनपटिया और बैरिया के हजारों बाढ़ पिड़ितों को राहत दे सरकार- भाकपा माले

बाढ़ पिड़ितों का दुःख दर्द जाने बगैर उप मुख्यमंत्री सह आपदा प्रबंधन विभाग की मंत्री द्वारा सिकटा, नौतन, बैरिया, मझौलिया और चनपटिया में बाढ़ नहीं होने की बात कहना पश्चिम चंपारण जिले के बाढ़ पिड़ितों का अपमान -भाकपा माले

बेतिया : पश्चिम चंपारण जिले में बारिश और नेपाली नदियों से आने वाले पानी से सिकटा, नौतन, मझौलिया चनपटिया बैरिया, नन्हा, पीपराशी करीब आधा दर्जन पंचायतों की हजारों परिवार बाढ़ से प्रभावित है, उनके सामने रोजी-रोटी का सवाल है लेकिन भाजपा की बेतिया विधायक और राज्य सरकार की आपदा प्रबंधन विभाग की मंत्री और उप मुख्यमंत्री रेणु देवी द्वारा सिकटा, नौतन बैरिया मझौलिया चनपटिया आदि में बाढ़ नहीं होने की बात कहना हास्यास्पद और बाढ़ पिड़ितों के साथ क्रुर मज़ाक है.

वहीं बाढ़ की वजह से हजारों हेक्टेयर में धान लगाने के लिए किसानों द्वारा गिराये गए धान का बिचड़ा बर्बाद हो गया इससे धान की फसल लगाना किसानों के लिए टेढ़ी खीर साबित हो रहा है, इस लिहाज से सरकार कृषि फार्मों में सरकारी स्तर पर धान का बिचड़ा गिराकर किसानों के बीच जमा हुआ बिचड़ा बांटकर किसानों के खेतों को रोपवाने की गारंटी करें.

माले विधायक वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता ने कहा कि भाजपा-जदयू गठबंधन सरकार को आम जनता के परेशानियों को जाने बगैर जनता के परेशानियों को नजरंदाज करना आम बात हो गया है. 

जिले में बरसात और नेपाली नदियों से आने वाले पानी से बाढ़ की भयावह स्थिति पैदा हो गई थी. सैकड़ों गांवों में पानी की वजह से घरों को छोड़कर अन्य सुरक्षित इलाकों में शरण लेनी पड़ी, बहुत जगहों पर आज भी लोग तंबू गाड़ कर अपनी जिंदगी चला रहे हैं लेकिन प्रशासन के तरफ़ से उन्हें कोई सहायता नहीं दिया गया.

सरकार की नजरों में वैसे लोग बाढ़ पिड़ित है हीं नहीं. इसलिए राज्य सरकार की उप मुख्यमंत्री और स्थानीय जिला की निवासी रेणु देवी द्वारा सिकटा नौतन मझौलिया चनपटिया, बैरिया आदि को बाढ़ प्रभावित नहीं मानकर इन्हें बाढ़ राहत से वंचित कर दिया गया है. 

माले नेता ने बताया कि सिकटा प्रखंड के पुरैना, जगन्नाथपुर, सरगटिया, सुगहां भवानीपुर, बैशखवा, बेहरा, सूर्यपुर, आदि पंचायतों के दर्जनों गांवों में पानी की वजह से बाढ़ आ गया. 

चनपटिया के उत्तरी घोंघा, दक्षिणी घोंघा, तुलाराम घाट मझौलिया प्रखंड के गढ़वा, भोगाड़ी, सेमरा, डुमरी आदि गांवों में पानी से लोग परेशान हैं.

नौतन प्रखंड के भगवान पुर, शिवराज पुर , मंगलपुर काला आदि पंचायतों की तीन हजार आबादी बाढ़ की चपेट में हैं, बैरिया प्रखंड के बैजूआ, सूर्यपुर,लौकरिया पंचायतों की करीब सात हजार आबादी बाढ़ की दंश झेल रहे हैं. सैकड़ों गांवों में जाने का संपर्क रोड़ पुट गया है.

माले नेता ने मांग किया कि बाढ़ प्रभावित सिकटा, नौतन, मझौलिया, चनपटिया, बैरिया आदि गांवों के हजारों बाढ़ पिड़ितों में सरकार राशन व पच्चीस पच्चीस हजार रुपए अविलंब वितरण शुरू करें। 

किसान महासभा के जिलाध्यक्ष सुनील कुमार राव ने कहा कि बाढ़ ने किसानों की खेती को तबाह कर दिया है. हजारों हेक्टेयर में धान लगाने वाले धान का बिचड़ा पानी से सड़ गया है. नीची ज़मीन वाले किसान दुबारा धान का बिचड़ा गिराने में सक्षम नहीं है। ऐसे में सरकार अपने कृषि फार्मों में धान का बिचड़ा गिराकर किसानों में वितरित कर किसानों के खेतों में धान रोपवाने की गारंटी करें.

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